सीधी :रीवा लोकायुक्त की 12 सदस्य टीम ने रामपुर नैकिन थाना के पुलिस चौकी खड्डी में पदस्थ प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह रिश्वत मारपीट के मामले में खड्डी निवासी पीड़ित पक्ष भास्कर द्विवेदी से ली जा रही थी। लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार एवं डीएसपी प्रमेंद्र सिंह के द्वारा की गई इस बड़ी कार्यवाही से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।मिली जानकारी के मुताबिक खड्डी निवासी दिवाकर प्रसाद द्विवेदी, भास्कर प्रसाद द्विवेदी का जमीनी विवाद शैलेंद्र तिवारी, सुदामा तिवारी से चल रहा था। 21 दिसंबर को दोनों पक्ष में मारपीट हुई थी ।
मारपीट में भास्कर द्विवेदी को गंभीर चोट आई थी। वहीं शैलेंद्र तिवारी को भी मामूली चोट आई थी लेकिन भाजपा नेता प्रदीप शुक्ला (राजू )का पुलिस विभाग में दबाव होने के कारण शैलेंद्र तिवारी के पक्ष से 6 व्यक्तियों को आरोपी बनाकर कई धाराओं में आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया। वहीं पीड़ित भास्कर द्विवेदी की रिपोर्ट खड्डी चौकी में नहीं लिखी गई ।अगले दिन पुनः मिन्नतें करने पर कच्ची रिपोर्ट लिखकर एमएलसी करवा दी गई । पीड़ित भास्कर द्विवेदी और दिवाकर द्विवेदी को पुलिस से किसी प्रकार की मदद नहीं मिली तब विवेचना अधिकारी प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी से विनती की। प्रधान आरक्षक के द्वारा 15 हजार रिश्वत की मांग की जाने लगी।
पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत लोकायुक्त रीवा से किया ।संपूर्ण सत्यापन के बाद लोकायुक्त रीवा की 12 सदस्य टीम 27 दिसंबर को रात्रि 9 बजे प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी को 15 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। पूरी रात सीधी रेस्ट हाउस में कार्यवाही चली। पीड़ित पक्ष का मुख्य आरोप यह है कि शुभम द्विवेदी और सौरभ मिश्रा घटनास्थल पर थे ही नहीं फिर भी भाजपा नेता प्रदीप शुक्ला के दबाव के कारण खड्डी पुलिस को आपराधिक मामला दर्ज करना पड़ा और उनकी रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई।लोकायुक्त टीम ने प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार करने के बाद खड्डी चौकी से डायरी को अपने सुपुर्द में ले लिया है।