ग्वालियर: बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित शब्द प्रताप आश्रम पर एक कलियुगी पुत्र की मनमानी से परेशान बुजुर्ग मां न्याय के लिए थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक गुहार लगा आई लेकिन बुजुर्ग को न्याय नहीं मिला। शब्द प्रताप आश्रम निवासी बुजुर्ग महिला शांति देवी राजपूत ने दैनिक नवभारत से बातचीत के दौरान बताया कि उनके पति का देहांत हो चुका है। उन्होंने दोनों बेटों को मकान व दुकानो में हिस्सा देने के बाद आठ दुकानों को मेरे लिए छोड़ दी थी ताकि उन दुकानों से मेरा जीवन यापन हो सके लेकिन मेरे छोटे लड़के सुनील राजपूत द्वारा जबरन मेरी दुकानों को तोड़ दिया गया तथा उन दुकानों पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है.
मुझे जब बेटे की करतूतों की जानकारी मिली तो मैंने मौके पर पहुंचकर उसे समझाया लेकिन मेरी बात सुनने की बजाय उसने मुझे जान से मारने की धमकी दे डाली। बेटे की करतूतों के कारण बुजुर्ग मां अपनी बेटी के यहां फोर्ट व्यू कालोनी में रह रही है। बेटे की करतूतों को लेकर बुजुर्ग मां ने न्याय तथा सुरक्षा के लिए बहोड़ापुर थाना प्रभारी से शिकायत दर्ज कराई लेकिन जब बहोड़ापुर थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो बुजुर्ग मां अपने दामाद राजेश सिंह बैस के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगाई है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बुजुर्ग मां को न्याय का भरोसा दिलाया और आश्वासन दिया कि संबंधित के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिलाया जाएगा।