राजगढ़, 16 अप्रैल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव “रामभक्तों” और “राम विरोधियों” के बीच है।
डॉ यादव ने राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी रोडमल नागर के नामांकनपत्र दाखिले के दौरान आयोजित चुनावी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य नेता भी मौजूद थे।
डॉ यादव ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हमेशा विरोध और राजनीति की है। अल्पसंख्यकों के वोट की खातिर उन्होंने ऐसा किया है और अब इसी वजह से कांग्रेस की ऐसी हालत हो गयी है। राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदू मुस्लिम को लेकर वोट की राजनीति करने वाले सबसे बड़े नेता तो यही हैं। ये दस वर्षों तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन इन्होंने अपने क्षेत्र राजगढ़ तक का विकास नहीं किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब देश में दस वर्षों से काबिज नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य की भाजपा सरकार विकास के लगातार कार्य कर रही है। प्रत्येक वर्ग का बगैर किसी भेदभाव के उत्थान किया जा रहा है। इसी वजह से भाजपा की जनता में पैठ बन रही है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि वर्ष 2003 के पहले तक राज्य को दुरावस्था में ले जाने के जिम्मेदार श्री दिग्विजय सिंह ही हैं। लेकिन बाद में राज्य में भाजपा की सरकार ने इस प्रदेश का विकास किया। अब केंद्र की मोदी सरकार प्रदेश और देश दोनों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। इस लिहाज से यह चुनाव महत्वपूर्ण है। भाजपा की केंद्र में तीसरी बार की सरकार और मजबूती से देश काे विकास के पथ पर ले जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री सिंह ने दस वर्षों तक मुख्यमंत्री रहने के दौरान राजगढ़ क्षेत्र तक के लिए कुछ नहीं किया। उनके शासन में सड़क, बिजली, पानी और अन्य ढांचागत सुविधाओं के क्या हाल थे, यह किसी से छिपा नहीं है। आज के दौर में देश और जनता की सेवा का सबसे बड़ा प्लेटफार्म भाजपा ही है और इसलिए कांग्रेस के विचारवान लोग उस दल को छोड़कर भाजपा में आने के लिए लालायित हैं।
राजगढ़ में मुख्य मुकाबला भाजपा के श्री नागर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री दिग्विजय सिंह के बीच है।