भोपाल, 17 दिसंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में आज उस समय रोचक स्थिति बन गई, जब भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक ने आरोप लगाया कि उनकी विधानसभा सीट लंबे समय से कांग्रेस के कब्जे में रहने के दौरान उस क्षेत्र में बहुत घोटाले हुए हैं, लेकिन मंत्री निर्मला भूरिया ने उनकी बात के विपरीत उस क्षेत्र में किसी भी गड़बड़ी से इंकार कर दिया।
प्रश्नकाल के दौरान पिछोर से भाजपा विधायक प्रीतम सिंह लोधी ने आरोप लगाया कि पिछोर में 30 साल से कांग्रेस के विधायक थे। उस दाैरान उस क्षेत्र में महिला-बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्तियों की बाढ़ सी आ गई थी। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि एक महिला मेवा बाई नाम से महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत है, लेकिन वास्तविकता में वहां विमलेश नाम की महिला कार्यरत है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाए, ताकि कांग्रेस के समय के घपले सामने आ सकें।
इस पर मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि जिस महिला की बात हो रही है, मेवा बाई उसका घर का नाम है और आधार कार्ड में उसका नाम विमलेश दर्ज है। इसके साथ ही मंत्री सुश्री भूरिया ने ये भी जोड़ा कि उस क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है।
मंत्री का जवाब आते ही कांग्रेस के सदस्यों ने मेजें थपथपा कर उनके उत्तर का स्वागत किया। इसके बाद भी प्रश्नकर्ता विधायक श्री लोधी अपने आरोपों पर अड़े रहे और कहा कि कांग्रेस विधायक के काल के समय के ऐसे सैकड़ों मामले हैं, हालांकि अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने अगले प्रश्नकर्ता का नाम पुकारते हुए सदन की कार्यवाही आगे बढ़ा दी।