सोल, 14 दिसंबर (वार्ता) दक्षिण कोरियाई संसद ने शनिवार को राष्ट्रपति यूं सुक-येओल के खिलाफ महाभियोग का समर्थन किया है तथा इसके पक्ष में 204 सांसदों ने मतदान किया जबकि 85 ने इसका विरोध किया।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक येओल पर महाभियोग चलाने के लिए पहला संसदीय वोट सात दिसंबर को हुआ था, लेकिन सत्तारुढ़ दल द्वारा वोट का बहिष्कार करने के बाद यह विफल हो गया।
उल्लेखनयी है कि तीन दिसंबर को, येओल ने देश में मार्शल लॉ घोषित कर दिया था और दावा किया था कि विपक्ष उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखता है और तोड़फोड़ की साजिश रच रहा है। संसद ने राष्ट्रपति की घोषणा की अवहेलना की और मार्शल लॉ को समाप्त करने के लिए मतदान किया। संसद के स्पीकर वू वोन-शिक के कार्यालय ने कहा कि सांसदों द्वारा वोट करने के बाद राष्ट्रपति की मार्शल लॉ की घोषणा अमान्य हो गई।
कुछ ही समय बाद, येओल ने मार्शल लॉ हटा लिया और देश से माफ़ी मांगी। जांच का परिणाम आने तक उनके देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया, जबकि पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को देशद्रोह के संदेह में गिरफ्तार कर लिया गया।