ग्वालियर। सुबह 8 बजे से एमएलबी कॉलेज में जैसे ही ईवीएम ने परिणाम उगलना शुरू किए तो पहले ही राउंड से कांग्रेसी खेमे में मायूसी छाने लगी और दोपहर तक यही सिलसिला देखने को मिला। कांग्रेस के प्रत्याशी प्रवीण पाठक को हर राउंड में मुंह की खानी पडी।
एमएलबी कॉलेज के बाहर खड़े हुजूम का कहना था कि जनता ने नेता नहीं बेटा जुमला को नकार दिया है। इस जुमले को विधानसभा चुनाव में पटखनी मिली थी। वहीं तमाम कांग्रेसियों ने भी माना ग्वालियर सहित पूरे प्रदेश में कांग्रेस की टिकट देने की पॉलिसी में भारी खामी रही।
नेतृत्व सिर्फ चहेतों को उपकृत करने के लिए टिकट बांटे। इससे आम कार्यकर्ता उपेक्षित हुआ। जिस हिसाब से मध्यप्रदेश में भाजपा की क्लिनस्पीप आंधी चल रही है उससे तो लगता है कि कांग्रेस प्रदेश में नेस्तानाबूद हो गई है।
*कांग्रेस ने की ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत*
ग्वालियर में मतगणना के दौरान कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई। कांग्रेस का कहना है कि करीब 25 ईवीएम की 99 प्रतिशत बैटरी चार्ज है। जब स्ट्रॉन्ग रूम खुला ही नहीं, तो ये कैसे हो सकता है। कांग्रेस के मतगणना अभिकर्ता मोनू सोलंकी का कहना था कि जिस दिन वोटिंग हुई, उस दिन भी यही ईवीएम थीं, तब क्या 1 प्रतिशत ही इनकी बैटरी खत्म हुई है। मतगणना के बीच कांग्रेस ने ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत की है।