भोपाल, 15 अप्रैल (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए गए संकल्प पत्र के बिंदुओं की जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि इस संकल्प पत्र में देश के स्वाभिमान और रोजगार जैसी बातों के साथ ही देश की भविष्य की जरूरतों का भी ध्यान रखा गया है।
डॉ यादव ने संकल्प पत्र के बिंदुओं के संबंध में यहां संवाददाताओं से चर्चा की। इस दौरान उनके साथ पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा पत्र से जुड़ी परंपरा में बदलाव किया है। पहले ये घोषणा पत्र कहलाते थे, लेकिन अब पार्टी ने इसे संकल्प पत्र नाम दिया है, संकल्प मतलब, जिसे पूरा किया ही जाए। भाजपा के संकल्प पत्र में सबके जीवन में बदलाव का संकल्प है। संकल्प पत्र के माध्यम से देश के स्वाभिमान और रोजगार का ध्यान रखने के साथ भविष्य की जरूरतों का भी भाजपा ने ध्यान रखा है। संकल्प पत्र में मध्यप्रदेश के लिए भी बहुत गुंजाइश निकलेंगी।
एक सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि 70 साल से ऊपर के सभी वर्गों के बुजुर्गों को आयुष्मान योजना में जोड़ने का सुझाव मध्यप्रदेश राज्य की ओर से दिया गया था। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अब अकेले रह रहे बुजुर्गों के स्वास्थ्य की दिशा में एक और काम करने जा रही है। कई परिवारों में बच्चे आजीविका के लिए बड़े शहरों में चले जाते हैं, पर बुजुर्ग माता पिता यहीं छूट जाते हैं। ऐसे वरिष्ठ लोग जो अकेले रह रहे हैं, जिला अस्पताल में उनकी सूची बना कर कलेक्टर के माध्यम से रखी जाने का प्रस्ताव है, ताकि वे किसी भी विपरीत परिस्थिति में अगर केवल फोन भी करें तो उनके स्वास्थ्य को लेकर सुनवाई हो।
मुख्यमंत्री ने नई सरकार के गठन से लेकर अब तक राज्य सरकार द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यों का भी ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में राज्य में लगभग चार करोड़ लोगों को मकान देने का प्रयास किया गया है।
संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि ये ‘मोदी की गारंटी’ का संकल्प पत्र है। इसके साथ ही उन्होंने संकल्प पत्र में शामिल किए गए 10 बड़े बिंदुओं के बारे में भी जानकारी दी।
दोनों नेताओं ने इस दौरान मध्यप्रदेश हेतु संकल्प पत्र का विमोचन भी किया।