कड़ाके की ठण्ड में भटक रहे किसान, प्रशासन के तमाम दावो की खुली पोल
नवभारत न्यूज
रीवा, 10 दिसम्बर, तमाम अव्यवस्थाओं के साथ धान की खरीदी तो शुरू हुई लेकिन उठाव न होने से खरीदी केन्द्रो में हजारो टन धान खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई है. शहर की करहिया मंडी में पैर रखने तक की जगह नही है चारो तरफ धान रखी है. लिहाजा किसानो की तौल नही हो रही है और इस कड़ाके की ठण्ड में किसान खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है.
गौरतलब है कि जिला प्रशासन के तमाम दावो की पोल खुल चुकी है न तो कोई अधिकारी खरीदी केन्द्र निरीक्षण करने जा रहा और नही धान उठाव को लेकर व्यवस्था बनाई जा रही. गलन भरी ठण्ड में किसान चार दिन से मंडी में धान लेकर पड़े है धान का उठाव न होने के कारण यह स्थित बनी है. जिन किसानो ने स्लाट बुक किया है उनकी तौल नही हो रही और जो सिफारिस लगाकर या फिर सुविधा शुल्क देकर आ रहे है उनकी तौल पहले कराई जा रही है. मंडी में मंगलवार को किसानो ने प्रशासन पर अव्यवस्था का आरोप लगाया और कहा कि कोई अधिकारी यहा देखने नही आ रहे है. चारो तरफ मंडी में धान डम्प है उठाव न होने के कारण खड़े होने तक की जगह नही है न तो छाया की व्यवस्था है और न ही पानी की. रात में खुले आसमान के नीचे किसान पड़े रहते है. खरीदी को लेकर जो गाइड लाइन तय की गई थी उसका पालन नही हो रहा और जिन अधिकारियों को तैनात किया गया है वह कागजो में उपार्जन केन्द्रो का निरीक्षण कर रहे है. सोमवार तक जिले में 227624 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी और साढ़े 23 हजार से अधिक किसानो ने स्लाट बुक कराए है.
धान की तौल के लिये किसान भटक रहे
धान लेकर पहुंचे अमिरती निवासी राजेश पाण्डेय ने बताया कि धान की तौल न होने से किसान परेशान है. कड़ाके की ठण्ड में रात भर जाग कर अपनी धान की रखवाली कर रहे है, कोई देखने वाला नही है. पानी तक की व्यवस्था नही है. किसान ने बताया कि जिनका स्लाट बुक नही है उनकी भी धान खरीदी जा रही है. सुविधा शुल्क लेकर धान की तौलाई की जा रही है, भर्रेशाही का आलम है. वही किसान रज्जन तिवारी ने बताया कि धान लेकर आए है पर तौल नही हो रही है. पैर रखने तक की जगह यहा नही है, उठाव न होने के कारण धान डम्प है अगर बारिश होगी तो किसानो की धान बर्बाद हो जायेगी. पहले से जो ट्रेक्टर ट्राली आई है वह पीछे है और जो बाद में आया है उसकी तौल कराई जाती है कोई अधिकारी देखने नही आ रहा. केवल कागजो में निरीक्षण चल रहा है.