जबलपुर: हरियाणा पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में शहर मेंं छापेमारी की है। इसके साथ ही गोहलपुर थाना क्षेत्र एक ठग को उठाकर अपने साथ ले गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा में एक धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। जिसमें मो. यूसुफ नामक व्यक्ति के खाते में अनाधिकृत करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ था। मामले में पुलि ने जैसे-जैसे जांच के दायरा बढ़ाया, खाते में लेनदेन का ब्यौरा तैयार जुटाया, खाते में कितनी रकम आई और कितनी रकम ट्रांसफर की गई इसके अलावा रकम कहां से आई है और किस खाते में भेजी गईतो बड़े खुलासे हुए। जांच में शहर के जावेद, इकराम, समीर नाम युवकों के नाम सामने आये। यह बात भी सामने आई कि यूूसुफ का खाता धोखाधड़ी कर खुलवाया गया था जिसमें अनाधिकृत लेनदेन हुआ। गोहलपुर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को ने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में हरियाणा पुलिस शहर आई थी हरियाणा पुलिस को इकराम और समीर की तलाश थी जिसमें एक आरोपी को पुलिस अपने साथ ले गई है।
फर्जी बैंक खातों के सिंडीकेट का हो चुका है भंडफ़ोड़
विदित हो मप्र में पहली बार अंतर्राज्यीय ऑनलाईन फर्जी बैंक खातों के सिंडीकेट का जबलपुर पुलिस द्वारा भंड़ाफोड़ किया गया था। जिसके बाद जब जांच का दायरा बढ़ा तो प्रकरण के तार जामताड़ा झारखण्ड एवं छग के बाद अब मुंबई और दिल्ली से जुड़े थे। 2 अरब तक का पुलिस को ट्रांजेक्शन मिला था। गिरोह के कइ सदस्य पकड़े थे और कई आज भी फरार है। यह गिरोह कुंडम, हनुमानताल, बेलबाग, गोराबाजार, ओमती, बेलबाग, गोहलपुर, अधारताल, गोलबाजार समेत अन्य क्षेत्रों में सक्रिय थी। गिरोह के सरगना अपने साथियों की मद्द से पहले लोगों को लाखों का लोन दिलाने, निवेश के नाम पर लाखों रूपए कमाने का लालच देकर खाता खुलवाते थे और एडीएम, चैक बुक समेत बैंक किट खुद रख लेते थे जिसके बाद खातों को सरगनाओं को 5 से 16 हजार रूपए में बेच देते है। जिसके बाद सरगना खातों में करोड़ों का अनाधिकृत लेनदेन करते है।