कंपनी मालिक की तलाश में चंड़ीगढ़ जाएंगी पुलिस
जबलपुर: एक चिटफंड कंपनी ने 150 बेरोजगारों को लाखों की चपत लगाई। गोरखपुर थाने में पहले तो एक दर्जन फरियादी शिकायत लेकर पहुंचे थे जिस पर पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर रूपये लेकर हड़पने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर की। लेकिन जब पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया तो न केवल आरोपियों की संख्या बढ़ी बल्कि ठगी का शिकार होने वालों की भी संख्या में इजाफा हुआ। अब तक करीब डेढ़ सौ पीडि़तों की जानकारी पुलिस तक पहुंच चुकी है। इसके साथ ही यह भी जानकारी पुलिस को मिली है कि चिटफंड कंपनी चंडीगढ़ की है जिसके मालिक की तलाश में पुलिस चंड़ीगढ़ जाने की तैयारी में हैं।
ऐसे हुआ चिंटफंड कंपनी का पर्दाफाश-
गोरखपुर थाना प्रभारी प्रसन्न कुमार ने बताया कि चिटफंड कंपनी में नौकरी लगाने के नाम पर 12 युवक युवतियों से कुल 104000 रूपये लेकर हडपे गए थे। जिस पर सरन गिल 25 वर्ष निवासी यश रेसीडेंसी डी 1 चतुर्थ मंजिल समेत अन्य की शिकायत पर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की गई थी। विशाल कोल एवं सुमित यादव को आरोपी बनाया गया, जांच का दायरा बढ़ा तो विशाल कोल को पकड़ा गया जिसने पूछताछ में बताया कि विशाल बोस निवासी सिवनी को रकम भेजता था। इसके बाद विशाल बोस को पकड़ा गया। जिसने बताया कि वह ठगी की रकम चंड़ीगढ़ कंपनी के मालिक को भेज देता था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जांच आगे बढ़ी तो यह भी सामने आइ कि चिटफंड कंपनी डेढ़ से दो सौ लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस अब चंडीगढ़ जाने की तैयारी मेें है।
ज्वाईनिंग लेटर थमाते, काम भी करवातें
चिटफंड कंपनी के सदस्य इतने शातिर है कि वह बेरोजगारों को शिकार बनाते हुए कंपनी का ज्वाईनिंग लेटर भी थमाते थे। वर्क फ्राम होम के रूप में साईड में जाकर काम भी करवाते थे लेकिन सैलरी के नाम पर किसी प्रकार का पैसा नहीं देते थे।
कटंगा में खोल रखा था ऑफिस
चिटफंड कंपनी के सदस्य विशाल कोल इतना शातिर था कि उसने अपना आफिस भी कटंगा विंध्य भवन में खोल रखा था। कंपनी के सदस्य जॉब की तलाश में घूमने वाले बेरोजगारों को टारगेट करते थे। जॉब दिलाने के नाम पर प्रति व्यक्ति से हजारों रूपए लेते थे।
यह पीडि़त आ चुके हैं सामने
वर्क फ्राम होम के नाम पर चिटफंड कंपनी के सुमित यादव एवं विशाल कोल, विशाल बोस अन्य ने नीरज रजक , जितेन्द्र कुमार पटैल, सचिन पटैल, कु. अनुष्का सिंह, अमित पांडे, हर्षित कुमार दीवान, अरून विश्वकर्मा, कु. मानसी श्रीवास्तव, तरूण श्रीवास्तव, अहतेसमुन हक, अजय आनंद विश्वकर्मा, जतिन पुरी गोस्वामी समेत करीब डेढ़ से दो सौ लोगों से राशि लेकर कंपनी का ज्वाईनिंग लेटर देकर चपत लगाई।