झाबुआ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् झाबुआ नगर इकाई द्वारा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जंयती के उपलक्ष में शहर में मिशन साहसी का प्रारंभ किया गया था, जिसमें 15 दिनों तक 800 छात्राओ को आत्म प्रशिक्षण की ट्रेनिंग दी गई। जिसका प्रकटीकरण (प्रस्तुतिकरण) कार्यक्रम उत्कृष्ट विद्यालय मैदान पर रखा गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में एसडीओपी रूपरेखा यादव ने छात्राओ को मार्गदर्शन दिया। मुख्य वक्ता अभाविप के निलेश सोलंकी ने कहा कि भारत की नारी अबला नहीं तूफान है, ये किसी से डरने वाली नहीं है। भारत सदैव कन्याओं को देवी के रूप में पूजता है, लेकिन ये बलात्कार जैसी गंदी सोच बॉलीवुड जैसी जगह से आती है। हमे अपनी सोच एवं मानसिकता को सुधारना होगा। हमारी सभी बहने सुरक्षित रहे, निडर रहे, यह मिशन साहसी का एवं एबीवीपी का प्रमुख उद्देश्य है। साथ ही कहा कि एबीवीपी राजनीति दल का हिस्सा नहीं है, राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करने वाला स्वतंत्र छात्र संगठन है। उक्त संगठन छात्र हित में आंदोलन के साथ रचनात्मक कार्य भी करता है।
आत्मरक्षा के गुर का किया प्रस्तुतिकरण
इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित छात्राओं ने प्रकटीकरण कार्यक्रम अंतर्गत 15 दिनांे तक उन्हें सिखाए गए। आत्म रक्षा के गुर का अतिथियांे का समक्ष प्रस्तुतिकरण किया। जिसकी अतिथियों ने काफी सराहना की। मंच पर प्रांत अध्यक्ष मदन वसुनिया ने कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत की। परिषद् की नगर अध्यक्ष अंजना रावत ने स्वागत भाषण दिया। संचालन भूमिका पंवार ने किया। आभार करिश्मा चौहान ने माना।
30 झाबुआ-2- अतिथि एवं परिषद् के पदाधिकारियों के साथ छात्राएं