० मामला जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत घोटालों का पर्याय बनी ग्राम पंचायत खोरी का, नवागत सचिव ने मजबूरी में नई कैश बुक बना कर रहे कार्य
नवभारत न्यूज
सीधी 29 नवम्बर। सचिव की दबंगई यह रही कि प्रभार छिनने के बाद भी नवागत सचिव को रिकार्ड 8 महीने बाद भी नहीं दे रहे हैं। वहीं जिम्मेदार पूरी तरह से मूकदर्शक बने हुये हैं। मामला जनपद पंचायत सिहावल अंतर्गत घोटालों का पर्याय बनी ग्राम पंचायत खोरी का है। यहां नवागत सचिव मजबूरी में नई कैसबुक बनाकर कार्य कर रहे हैं।
जनपद पंचायत सिहावल की ग्राम पंचायत खोरी 8 महीने पूर्व तक भ्रष्टाचार एवं घोटालों को लेकर काफी सुर्खियों में बनी हुई थी। इस पंचायत को विकास कार्यों एवं निर्माण कार्यों के लिये मिलने वाले बजट का बंदरबांट करने के लिये तरह-तरह से हथकंडे अपनाये जाते रहे हैं। स्थिति यह रही कि तत्कालीन प्रभारी सचिव कौशलेन्द्र द्विवेदी द्वारा पंचायत में व्यापक पैमाने पर घोटाले करने पर जेल भी जा चुके हैं। उनके द्वारा खेत तालाब योजना में जमकर भर्रेशाही की गई। बिना प्रशासकीय एवं तकनीकि स्वीकृति के ही निर्माण कार्यों को मशीनों के माध्यम से कराया जाता रहा है। ग्राम पंचायत में अधिकांश निर्माण कार्य उनके कार्यकाल के दौरान आधे-अधूरे ही कराये गये और बजट का पूरा आहरण करा लिया गया। कई ऐसे निर्माण कार्य कराये गये जो रिकार्डों में तो दर्ज हैं लेकिन मौके पर उनका वजूद ही नहीं है। काफी शिकायतें घोटालों को लेकर सामने आने पर तत्कालीन प्रभारी सचिव कौशलेन्द्र द्विवेदी को उक्त पंचायत से हटाया गया। उनके स्थान पर सचिव सूर्यबली सिंह का स्थानांतरण किया गया। हैरत की बात तो यह है कि 8 महीने बाद भी नवागत सचिव को पुराने रिकार्ड एवं कैसबुक नहीं सौंपी गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि तत्कालीन सचिव द्वारा इसलिये रिकार्ड एवं कैसबुक का प्रभार नहीं सौंपा जा रहा है क्योंकि उनको खौफ है कि पुराने घोटालों का राज फास हो जायेगा। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका भी पूरी तरह से संदिग्ध है।
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अधिकारियों से चर्चा कर दिलाया जाएगा संपूर्ण रिकार्ड: श्रद्धा
जिला पंचायत सदस्य श्रद्धा सिंह ने कहा कि पदस्थ होने के 8 माह तक सचिव को यदि कैश बुक सहित अन्य रिकॉर्ड प्रभार में नही मिले हैं तो यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है। इस संबंध में जनपद पंचायत सिहावल सीईओ सहित वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर तत्कालीन सचिव से वर्तमान सचिव को पंचायत के सम्पूर्ण रिकॉर्ड दिलाये जाने के लिए चर्चा की जायेगी। यदि चर्चा उपरांत जल्द सम्पूर्ण रिकॉर्ड नही मिलते तो इस मामले को लेकर सख्त कदम उठाने में कोई कमी नही होगी।
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घोटालों को छिपाने नहीं दिये जा रहे रिकार्ड: दीपक
ग्राम पंचायत खोरी के पंच दीपक सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत खोरी के तत्कालीन प्रभारी सचिव कौशलेंद्र द्विवेदी द्वारा राजनैतिक संरक्षण में ग्राम पंचायत में व्यापक पैमाने में घोटाले किए गए। घोटालों के चलते जेल भी जा चुके हैं। उनके द्वारा किए गए घोटालों में खेत तालाब योजना के तहत हितग्राही हीरा राम तिवारी के खेत तालाब के नाम पर व्यापक अनियमितता करते हुए बिना प्रशासकीय और तकनीकी स्वीकृति के बिना अनुमति लिये मशीन से निर्माण कार्य कराया गया। इसी तरह सोलर लाईट के साथ-साथ कार्यालय व्यय में भी घोटाले किये हैं। प्रभार छिनने के 8 माह बाद भी घोटालों को छिपाने के लिए आज तक कैश बुक और अन्य रिकॉर्ड पदस्थ सचिव को दिये गये हैं।
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इनका कहना है
पंचायत में 19 मार्च 2024 को ज्वाइन किया। 8 महीने बाद भी पूर्व सचिव द्वारा पंचायत का रिकार्ड नहीं दिया गया। लिहाजा नये सिरे से कैसबुक बनाकर पंचायत का काम किया जा रहा है। तत्संबंध में जनपद पंचायत सिहावल सीईओ से बात करके प्रभार न मिलने की जानकारी दी थी, जिस पर उनके द्वारा पंचायत इंस्पेक्टर से संपर्क करने के लिये कहा गया था। पंचायत इंस्पेक्टर को पूरी जानकारी देने के बाद भी अभी तक पूर्व सचिव से पुराने रिकार्डों का प्रभार नहीं मिला है।
सूर्यबली सिंह
सचिव
ग्राम पंचायत खोरी
ग्राम पंचायत खोरी सचिव को वित्तीय प्रभार मिल गया था। प्रभार के दौरान जो रिकॉर्ड तत्कालीन सचिव कौशलेंद्र द्विवेदी द्वारा यदि नही दिये गये हैं। उसकी जानकारी वर्तमान सचिव सूर्यबली सिंह से लिखित में लेकर जल्द दिलवा दिये जायेंगे।
कामता प्रसाद तिवारी
पंचायत इंस्पेक्टर
जनपद पंचायत सिहावल
ग्राम पंचायत खोरी में जब सचिव का स्थानांतरण हुआ था, उस दौरान वित्तीय प्रभार दिला दिया गया था। वित्तीय प्रभार तभी लिया जाता है जब अन्य प्रभार मिल चुके होते हैं। अब तो पंचायतों के सभी रिकार्ड ऑनलाईन हैं। यदि किसी रिकार्ड की आवश्यकता है तो उसकी सूची हमें उपलब्ध करा दी जाए, हम पता कर लेंगे।
शैलेश पाण्डेय, सीईओ, जनपद पंचायत सिहावल
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