नई दिल्ली 03 सितंबर (वार्ता) बढ़ती आय और वैश्विक संस्कृतियों के प्रति अधिक जागरूकता से पिछले एक साल में दो या अधिक विदेश यात्राएं करने वाले भारतीयों की संख्या में 32 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
ऑनलाइन यात्रा सेवा क्षेत्र की कंपनी मेक माय ट्रिप की मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, आधे से अधिक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों और होटलों की बुकिंग यात्रा की तारीख से 14 दिन पहले की जाती है। रिपोर्ट की एक महत्वपूर्ण खोज यह है कि अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की संख्या में सभी मौसमों में अपेक्षाकृत स्थिर रहती है। दिसंबर महीने को अंतर्राष्ट्रीय यात्रा खोजों के लिए सबसे सक्रिय महीना माना जाता है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में छोटे गंतव्यों के लिए सबसे अधिक खोज की जाती है जबकि अप्रैल से सितंबर के बीच की छह महीने की अवधि में मिड और लॉन्ग-हॉल गंतव्यों के लिए अधिक खोज की जाती है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि संयुक्त अरब अमीरात, थाईलैंड और अमेरिका जैसे लोकप्रिय गंतव्य भारतीयों के पसंदीदा गंतव्यों की सूची में सबसे ऊपर हैं जबकि कजाकिस्तान, अज़रबैजान और भूटान उभरते गंतव्यों की सूची में शीर्ष पर हैं।
अंतर्राष्ट्रीय यात्रा खोज के मामले में महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली शीर्ष पर हैं। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी सबसे लोकप्रिय छात्र गंतव्य हैं। शीर्ष 10 उभरते गंतव्यों के लिए संयुक्त खोज की संख्या में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अल्माटी और बाकू में क्रमशः 527 प्रतिशत और 395 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि देखी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ”भारतीय बजट के अनुकूल अनुभवों की तलाश में हैं। करीब 50 प्रतिशत अंतर्राष्ट्रीय होटल बुकिंग्स प्रति रात 7,000 रुपये से अधिक के टैरिफ ब्रैकेट में आती हैं। न्यूयॉर्क होटल बुक करने के लिए सबसे महंगी जगह है जबकि पोखरा, पटाया और कुआलालंपुर जैसे दक्षिण एशियाई गंतव्य बजट-अनुकूल ठहरने के विकल्पों के लिए शीर्ष गंतव्यों के रूप में उभर रहे हैं। सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं का 55 प्रतिशत अवकाश के लिए वहीं 33 प्रतिशत मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने के लिए होता है। थाईलैंड भारतीयों के लिए सबसे पसंदीदा अवकाश गंतव्य है।
मेक माय ट्रिप के सह-संस्थापक और समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश मागो ने कहा, “बढ़ती आय, वैश्विक संस्कृतियों के प्रति अधिक जागरूकता और यात्रा में बढ़ती आसानी के कारण अधिक भारतीय अवकाश और व्यवसाय के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों का पता लगा रहे हैं। हमारे डेटा में नए गंतव्यों की खोज और विभिन्न लक्जरी अनुभवों में शामिल होने के प्रति बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाया गया है, जो यात्रा उद्योग को भी बदल रहा है।”