ढाका, 27 नवंबर (वार्ता) बंगलादेश के चटगाँव शहर में एक वकील की हत्या के मामले में बुधवार को कम से कम छह लोगों को गिरफ़्तार किया गया। हिन्दू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के अनुयायियों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान एक वकील की हत्या के सिलसिले में यह कार्रवाई की गई है।
चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने वकील सैफुल इस्लाम अलिफ की हत्या के सिलसिले में संदेह के आधार पर इन छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यहां मंगलवार को चिन्मय कृष्णा को जमानत न दिए जाने के बाद भड़की हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों पर जानलेवा हमला किया गया था।
मुख्य सलाहकार के कार्यालय के प्रेस विंग ने कहा कि वीडियो फुटेज के जरिए छह लोगों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि सीएमपी ने पुलिस पर बर्बरता और हमले के लिए 21 लोगों को हिरासत में लिया है। इससे पहले, सीएमपी ने कहा कि उसने मंगलवार की घटनाओं के सिलसिले में चटगाँव भर से 30 लोगों को रात भर हिरासत में लिया। संयुक्त बलों के सदस्यों ने हिंसा के दौरान वकील की हत्या के सिलसिले में चटगाँव शहर में रात भर अभियान चलाया, जिसमें 10 लोग घायल भी हुए।
यह अशांति उस समय हुई जब एक अदालत ने अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) के भिक्षु चिन्मय को राजद्रोह के मामले में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी और जेल भेज दिया।
नंदन कानन फायर सर्विस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी प्रबंध निदेशक अली ने बताया कि हिंसा के दौरान आगजनी भी हुई हैं और लालदिघी इलाके के पास आग पर काबू पाने के लिए मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों को भीड़ ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन कानून प्रवर्तन की सहायता से, तीन अग्निशमन इकाइयों ने आखिरकार आग पर काबू पा लिया। आग घटना में दो नालीदार टिन की छत वाले घर और दो दुकान जलकर राख हो गये। फिलहाल, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
गौरतलब है कि इस्कॉन भिक्षु चिन्मय को सोमवार को ढाका हवाई अड्डे से उस समय गिरफ़्तार किया गया। चिन्मय की गिरफ्तारी के बाद बंगलादेश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। चिन्मय ने बंगलादेश में अल्पसंख्यक अधिकारों के लिए सक्रिय रूप से अभियान चलाया है और वह बंगलादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत के प्रवक्ता भी हैं। भारत ने एक बयान में “गहरी चिंता” व्यक्त की है। साथ ही भारत ने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर हुये अत्याचार पर भी चिंता व्यक्त की है।