भोपाल, 22 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आदिवासी बच्चों के कुपोषित होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि सरकार की लापरवाही से बच्चों को उचित उपचार नहीं मिल पा रहा है।
श्री सिंघार ने एक्स पर पोस्ट किया, ”आदिवासियों को मध्यप्रदेश सरकार के अफसरों ने क्या अपने भ्रष्टाचार का अड्डा बना लिया!!! मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचलों में आदिवासी बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। 15 लाख में से 70 हजार बच्चे कुपोषित बताए जा रहे। शहडोल में 20 बेड की एनआरसी, पर भर्ती सिर्फ एक बच्चा !!! आदिवासी जिले शहडोल में आदिवासी बच्चों के कुपोषण के हालात भयावह हैं। पोषण पुर्नवास केंद्र तक बच्चों को लाने में भी विभाग लापरवाह है।”
उन्होंने कहा कि 20 बिस्तर वाले जिला चिकित्सालय के पोषण पुर्नवास केंद्र में शहर से सटे गोरतरा का एक बच्चा भर्ती है।
जिले में 6 केंद्र हैं जहां 70 से ज्यादा बच्चे भर्ती हो सकते हैं, लेकिन, लापरवाही के चलते बच्चे केंद्र तक नहीं पहुंच पा रहे। जिले में हाल ही में हुए स्वास्थ्य जांच शिविर में एक हजार 622 कुपोषित बच्चों की जांच की गई थी। प्रदेश सरकार आदिवासियों से बैर पाल रही है। उनके बच्चों के पोषण और इलाज का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा।