त्बिलिसी, 19 नवंबर (वार्ता) जॉर्जिया के राष्ट्रपति सैलोम जौराबिचविली ने मंगलवार को संवैधानिक न्यायालय में एक मुकदमा दायर किया, जिसमें 26 अक्टूबर को हुए संसदीय चुनावों के दौरान वोट की गोपनीयता और सार्वभौमिक मतदान के अधिकार के उल्लंघन का दावा किया गया है।
राष्ट्रपति के अधिवक्ता एका बेसेलिया ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी।
जॉर्जिया के केंद्रीय चुनाव आयोग ने 16 नवंबर को अक्टूबर में हुए संसदीय चुनावों की अंतिम रिपोर्ट को मंजूरी दी, जिसमें सत्तारूढ़ जॉर्जियन ड्रीम पार्टी को 53.93 प्रतिशत वोट और संसद में 150 में से 89 सीटें मिलीं। चार विपक्षी दलों को सामूहिक रूप से 37.78 फीसदी वोट मिले, लेकिन उन्होंने चुनाव परिणाम को मान्यता देने से इनकार कर दिया और धोखाधड़ी का दावा करते हुए अंतरराष्ट्रीय जांच और नये सिरे से मतदान की मांग की।
लंबे समय से सरकार का विरोध कर रहे श्री जौराबिचविली ने न केवल चुनाव परिणामों को खारिज कर दिया, बल्कि लोगों से सड़कों पर उतरकर विरोध करने का आह्वान भी किया। अंतिम रिपोर्ट को मंजूरी मिलने के 10वें दिन से पहले राष्ट्रपति की ओर से संसद सत्र बुलाया जाना चाहिए। यदि राष्ट्रपति ऐसा करने से इनकार करते हैं, तो संसद स्वतंत्र रूप से इकट्ठा होगी।
जॉर्जियाई अभियोजक कार्यालय ने कथित चुनाव धोखाधड़ी के विपक्ष के दावों की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अधिकांश विपक्षी सदस्य कार्यालय के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं।