इस्लामाबाद 15 नवंबर (वार्ता) अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) की ओर से संकलित रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के 40 प्रतिशत से अधिक लोग देश छोड़ना चाहते हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनसीएचआर) ने आईओएम की यह रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान यूरोप में अवैध प्रवास के लिए जिम्मेदार शीर्ष पांच देशों में से एक बन गया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार जुनैरा इनाम लिखित इस रिपोर्ट को डेनमार्क के विदेश मंत्रालय और कराची में अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) ने तैयार किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में देश छोड़ने की इच्छा के लिए प्राथमिक कारक सामाजिक सुरक्षा, नौकरी, शिक्षा, आर्थिक गिरावट और आतंकवाद की कमी है।
एनसीएचआर की अध्यक्ष राबिया जावेरी आगा ने कहा कि अवैध मार्गों पर गंभीर कठिनाइयों और जीवन के लिए खतरे के बावजूद अवैध प्रवास बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 2023 में यूनान के तट पर नाव दुर्घटना में 300 से अधिक पाकिस्तानियों की जान जाने के बाद सख्त कानूनों का मसौदा तैयार करने के बाद इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए कुछ सुधार किये गये हैं।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सीनेटर क़रातुल ऐन मरी ने कहा, “ये रिपोर्ट हमारी आंतरिक समस्याओं और चुनौतियों की ओर इशारा करती हैं, जिन्हें हल करने के लिए समन्वित और प्रभावी रणनीति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीनेट मानवाधिकार समिति इन समस्याओं को हल करने में सक्रिय भूमिका निभायेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान 2022 में शीर्ष 10 की सूची में भी नहीं था, हालांकि 2023 के मध्य तक यह यूरोप में सबसे ज़्यादा अवैध प्रवासियों के लिए जिम्मेदार देशों की पाँचवीं रैंक पर पहुँच गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी प्रवासियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे आम मार्ग मिस्र, लीबिया और दुबई के रास्ते हैं।