मंत्री सिंह बोले: गांव का दंश चुभता, अब जबलपुर को महानगर बनाने की जरूरत
पीएम मोदी ने वीसी के जरिए किया जबलपुर एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का लोकार्पण
जबलपुर: 2004 में जब मैं पहली बार जबलपुर लोकसभा से चुनकर आया तब उस समय जबलपुर को बड़ा गांव कहा जाता था, जो दंश की तरह चुभता था और उस समय उसका बड़ा कारण था जबलपुर में मजबूत कनेक्टिविटी नहीं थी और कनेक्टिविटी में भी हवाई सेवा का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। जबलपुर में उस समय जो हवाई पट्टी थी, उस पर गाय चरा करती थी। नरेंद्र मोदी जब से प्रधानमंत्री बने हैं तब से एयरपोर्ट व हाईवे से कनेक्टिविटी बढ़ी है। देश आर्थिक विकास की ओर बढ़ रहा है पहले देश की अर्थव्यवस्था 11वीं स्थान पर था, अब पांचवी स्थान पर पहुंच गया है। भारत शीघ्र ही विश्व गुरु के रूप में स्थापित होगा। यह बातें लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट की नवनिर्मित टर्मिनल बिल्डिंग के साथ एयरपोर्ट की अन्य विस्तारित सुविधाओं के कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।
आगे उन्होंने कहा कि जबलपुर महाकौशल का केंद्र है। अब इसे महानगर बनाने की आवश्यकता है, यहां कनेक्टिविटी के साथ तेजी से विकास हो रहा है। जबलपुर ही नहीं छोटे-छोटे शहरों में भी एयरपोर्ट बनाया जा रहा है उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रीवा में भी हवाई उड़ान शुरू होने वाली है। रविवार को जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट की नवनिर्मित टर्मिनल बिल्डिंग के साथ एयरपोर्ट की अन्य विस्तारित सुविधाओं के कार्यों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया। कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए। डुमना एयरपोर्ट में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
नाइट लैंडिंग की शुरुआत
श्री सिंह ने कहा केंद्र में यूपीए सरकार के समय तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी ने लिखित में नाइट लैंडिंग के लिए मना कर दिया, क्योंकि एक भ्रम था कि यह सेना का एयरपोर्ट है, किंतु इसके लिये प्रयास किए और 18 मई 2010 को जबलपुर एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की सुविधा हेतु तत्कालीन एअरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री वीपी अग्रवाल को जबलपुर आमंत्रित किया। उनके साथ जबलपुर में नाइट लैंडिंग की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की परिणाम स्वरूप जबलपुर में नाइट लैंडिंग की शुरुआत हुई।
छोटी हवाई पट्टी से अत्याधुनिक एयरपोर्ट का सफर
श्री सिंह ने कहा कि उड़ान प्रारंभ होने के बाद उसकी संख्या में उतार चढाव आते रहे, लेकिन उसके साथ जरूरी था कि जबलपुर का एयरपोर्ट अत्याधुनिक और सर्व सुविधायुक्त बने और जब सांसद बना तो जबलपुर एयरपोर्ट में एक छोटी हवाई पट्टी हुआ करती थी, कुछ लोग इसे सेना का हवाई अड्डा भी कहा करते थे, पर वायुसेवाओ के नाम पर कुछ नही था। तब सांसद रहते हुए यहां नई टर्मिनल बिल्डिंग के साथ अत्याधुनिक सुविधा युक्त एयरपोर्ट बनाने के लिए प्रयास प्रारंभ किए। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से उस नई टर्मिनल बिल्डिंग, नए रनवे आदि का लोकार्पण किया गया।
यह होगी आधुनिक सुविधाएं
श्री सिंह ने बताया नए एयरपोर्ट में नई टर्मिनल बिल्डिंग में आधुनिक 13 चेक इन काउंटर्स, 2 बेगेज बेल्ट, 3 एयरो ब्रिज के साथ ही पब्लिक एमेनिटीज की सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी साथ ही 350 कारों की पार्किंग पार्किंग की व्यवस्था भी होगी। नई टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा एटीसी टॉवर, टैक्निकल ब्लॉक एवं फायर स्टेशन कार्य भी किया गया है साथ ही रनवे एवं एप्रन का निर्माण के लिये वर्तमान रनवे का एक्सटेंशन करते हुए 2750 मी. का रनवे बनाया गया है जिससे ए320/321 जैसे बड़े एयरक्रॉफ्ट भी आसानी से अब लैंड हो सकेंगे।
प्रयत्नों की पराकाष्ठा का परिणाम
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि जबलपुर एयरपोर्ट का यह भव्य बिल्डिंग शहर के लिए एक बड़ी सौगात है यह लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह के प्रयत्नों की पराकाष्ठा का परिणाम है। राज्यसभा सांसद श्री विवेक कृष्ण तंखा व श्रीमती सुमित्रा बाल्मीकि ने भी जबलपुर को मिलने वाले सौगातो के बारे में जानकारी देकर समग्र विकास में सामूहिक प्रयास करने पर जोर दिया।
ये हुए शामिल
इस अवसर पर विधायक सुशील तिवारी इंदु, अशोक रोहाणी, अभिलाष पांडे, नीरज सिंह, संतोष बरकड़े, महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू, आशीष दुबे, डॉ जितेंद्र जामदार, नगर निगम अध्यक्ष रिंकुंज विज, भाजपा ग्रामीण अध्याक्ष रानू तिवारी, कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह, एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारी सहित गणमान्य जन शामिल हुए।