देवउठनी ग्यारस पर 105 ट्रक गन्नों की खपत

चोइथराम मंडी में हुई बंपर आवक

धर्मेन्द्र सिंह चौहान
इंदौर: इस बार अच्छी बारिश के कारण गन्नों का उत्पादन ज्यादा हुआ. इस बार इंदौर में 105 ट्रक गन्ना खप गया. फुटकर भाव में बीस से चालीस रुपए प्रति नग गन्ना तो थोक में सौ रुपए में चार नग बेचे गए .देवउठनी ग्यारस पर इंदौर में सबसे ज्यादा खपत गन्नों की हुई. नवभारत प्रतिनिधि ने चोइथराम मंडी में जाकर गन्ना वितरकों से बात की तो पता चला कि इस बार इंदौर में 105 ट्रक गन्ना आया था, जो एक ही दिन में बिक गया. यहां पर ग्वालियर से आए किसान कोमल सिंह राजावत ने नवभारत को बताया कि इस बार अच्छी बारिश के चलते गन्ना उत्पादन बंपर हुआ. किसानों के लिए अच्छी बात यह रही कि इस बार गन्नों की मांग भी बहुत रही. जिसके चलते गन्ना ऊंचे दामों में आसानी से बिक गया. देवउठनी एकादशी पर गन्ने की पूजा का महत्व माना जाता है. जिसके चलते आसपास के किसान इस दिन इंदौर मंडी का रूख करते है.

गन्नों की खपत का गणित
चोइथराम मंडी में गन्नों से भरे ट्रक के ड्रायवर रामअवतार सिंह ने बताया वह महाराष्ट्र से अपना माल लेकर इंदौर आए हैं, क्योंकि अन्य जगहों की अपेक्षा यहां भाव अच्छा मिलता हैं, तो वहीं खपत भी ज्यादा होती है. एमबीए तक की पढ़ाई किए रामअवतार ने नवभारत को गन्नों की आवक से लेकर खपत तक का पूरा गणित समझाया. उन्होंने बताया कि एक मि्ंटल गन्ना मलिटी और वजन के हिसाब से लगभग 60 से 70 नग चढ़ता है. एक ट्रक की क्षमता अनुसार लगभग 22 टन तक गन्ना आता है. 100 ट्रक में 2 हजार 300 टन के लगभग गन्ना इंदौर में आया. एक मि्ंटल में 60 से 70 नग होते हैं, तो 1 टन में 600 से 700 नग के लगभग गन्ना हो गया. 105 ट्रकों में 2 हजार 600 टन गन्ना हो गया. वहीं नग की बात करें तो लगभग 16 लाख नग गन्ना इंदौर में आया.

कहां कहां से इंदौर आया गन्ना
चोइथराम मंडी में आने वाला गन्ना ज्यादातर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, ग्वालियर और शिवपुरी के साथ ही आसपास के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से आता है. इंदौर जिले में भी कई किसान गन्ना उत्पादन करते हैं.

शहर में सबसे ज्यादा इन स्थानों पर बिका गन्ना
शहर में गन्ना विभिन्न प्रदेशों व शहरों से सीधे चौइथराम मंडी आकर यहां से शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों से बेचा गया. जैसे मालवा मिल मंडी, वीर सावरकर मार्केट, कृष्णपुरा छत्री, फूठी कोठी, महूनाका, पलासिया, एलआईजी तिराहा, विजय नगर, सयाजी होटल के सामने, पाटनीपुरा, मुसाखेड़ी, गीता भवन, तिलक नगर मंडी, आनंद बाजार चौराहा, चंद्रलोक चौराहा, खजराना, सुखलिया, बड़ा गणपति के साथ ही कालानी नगर, एरोड्रम, चंदन नगर जैसे प्रमुख क्षेत्रों सहित शहर के क्षेत्रों में गन्नों की अस्थायी दुकानें दोपहर में लगी ओर रात 9 बजे के पहले ही खत्म भी हो गई

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