भोपाल, 11 नवंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश में दो विधानसभा क्षेत्रों बुधनी और विजयपुर में उपचुनाव के लिए आज शाम छह बजे चुनाव प्रचार अभियान की समय सीमा समाप्त होने के साथ ही चुनावी शोरगुल थम गया। अब प्रत्याशी घर घर जाकर लोगों से संपर्क कर सकते हैं।
दोनों विधानसभा क्षेत्रों सीहोर जिले के बुधनी और श्योपुर जिले के विजयपुर में 13 नवंबर को मतदान सुबह सात बजे से शाम बजे तक होगा। दोनों स्थानों पर परिणामों की घोषणा 23 नवंबर को होगी। चुनाव प्रचार थमने के बाद अब प्रत्याशी सिर्फ घर-घर जाकर संपर्क कर सकेंगे। प्रचार समाप्ति के अंतिम दिन दोनों ही प्रमुख दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार निर्वाचन आयोग ने दोनों ही क्षेत्रों में मतदान के लिए अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। मतदान वाले क्षेत्रों में 48 घंटे पूर्व से शराब दुकानें बंद रहेंगी। दोनाें ही स्थानों पर जिला कलेक्टर की ओर से प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिए गए हैं। धर्मशाला और होटल आदि पर पुलिस की नजर है और साथ ही सीमाएं भी सील की गयी हैं, ताकि बाहरी लोगों काे क्षेत्र में प्रवेश रोका जा सके।
सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल के बीच है। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 20 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें दो महिलाएं भी हैं।
वहीं श्योपुर जिले के विजयपुर में मुख्य तौर पर भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत और कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा चुनावी मैदान में हैं। इन दोनों समेत यहां से कुल 11 प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे हैं।
वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में विजयपुर सीट से कांग्रेस के रामनिवास रावत जीते थे। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। उन्हें इसके बाद राज्य में वन मंत्री बनाया गया। कुछ समय बाद उन्होंने विधानसभा से भी त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद विजयपुर विधानसभा सीट खाली हो गई और यहां उपचुनाव कराना पड़ा।
वहीं बुधनी से 2023 का विधानसभा चुनाव राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जीते थे। बाद में लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने उन्हें विदिशा से सांसद पद का टिकट दिया, जिस पर जीत हासिल करने के बाद उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया गया। इसके चलते उन्होंने बुधनी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया।