जबलपुर: एमपीईकॉप मोबाइल एप्लीकेशन मप्र पुलिस द्वारा नागरिकों को सशक्त बनाने शुरू किया गया। इसके साथ प्रदेशभर में सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) और सिटीजन पोर्टल भी शुरू किए गये लेकिन यह सिस्टम- पोर्टल तकनीकी समस्याओं का शिकार हो गया हैं। दरअसल इस पोर्टल के जरिए मप्र के क्षेत्राधिकार में पिछले चौबीस घंटे में गिरफ्तार व्यक्ति की जानकारी, दर्ज हुई एफआईआर थानेवार अपलोड करनी होती हैं लेकिन जब नवभारत द्वारा इसकी पड़ताल की गई। पोर्टल पर जिले के थाने सर्च किए गए। एप भी डाउनलोड किया गया जिसके बाद घंटों पड़ताल की गई जिसमें यह बात सामने आई कि इस सिस्टम में जबलपुर की कई गिरफ्तारियां डाटा से गायब हैं या काफी देरी से अपलोड की गई हैं। इस पोर्टल में इतना स्पष्ट शब्दों मेें लिखा हुआ है कि यह गिरफ्तारियां बीते चौबीस घंटें में हुई परंतु हकीकत तो यह है पोर्टल में दिखाई जा रही गिफ्तारियां काफी पुरानी हैं।
अपराध पर भी डाल रहे पर्दा
इसके साथ ही अपराध पर भी पर्दा भी डाला जा रहा हैं। कई थानों ने एफआईआर तक अपलोड नहीं की है। जिसके चलते घटित अपराध पर पर्दा डाला रहा। जबकि मप्र हाईकोर्ट ने हाल में लोकायुक्त को उनके यहां दर्ज होने वाली एफआइआर की कॉपी 24 घंटे के भीतर वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन थानों में दर्ज हो रही एफआइआर 24 घंटे के भीतर सार्वजनिक नहीं की जा रही है।
ये गिरफ्तारियां डाटा से गायब
एक नवम्बर से लेकर 10 नवंबर तक के डाटा की खोजबीन की गई तो कई गिरफ्तारियां इस वेबसाइड से गायब मिली। लार्डगंज थाना क्षेत्र में चार नवम्बर को राजेन्द्र उर्फ बोदा डोसा की हत्या की गई थी। इस मामले में साहिल बेन, बउआ, अमन साहू, पियूष बेन को गिरफ्तार किया जा चुका है। आठ नवंबर को कोतवाली एवं क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स माफिया महेश विश्वर्मा उर्फ महेश साहू को गिरफ्तार किया जिसक कब्जे से 18 हजार नशीले इंजैक्शन कीमती 11 लाख रूपये के जप्त किए गए। बरगी पुलिस ने 2 नंबर को नर्मदा के तटीय क्षेत्र ग्राम खिरहनी स्थित गोटिया फार्म हाउस में बने मकान में सजे जुआ जुआ फड़ पर रेड मारी थी। फड़बाज समेत 25 जुआरी पकड़े। इसके साथ ही नगद 5 लाख 72 हजार 210 रूपये एवं 25 मोबाईल,6 चार पहिया वाहन जप्त किए गये। इसी प्रकार आदतन अपराधी धर्मेन्द्र पटेल के द्वारा बंध पत्र का उल्लंघन करने पर 122 जा.फौ. के तहत एस.डी.एम. जबलपुर के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था जिस पर छह नवंबर को बरेला पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ जिसके बाद बदमाश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसके अलावा अन्य मामलों में भी गिरफ्तारियां डाटा से गायब है।
2 को पकड़े गए, 9 को डाटा अपलोड
तिलवारा पुलिस ने तीन शातिर चोर मोनू उर्फ मान्य ठाकुर पिता किशोरीलाल ठाकुर, सक्षम साहू, सूजल उर्फ विकास को पकड़ा था। जिनके कब्जे से चुराये हुये 5 दुपहिया वाहन कीमती लगभग ढाई लाख रूपये के जप्त किए गये थे। आरोपियों ने मदनमहल, माढेाताल, बरेला एवं पाटन से चोरियां की थी। इन आरोपियों को दो नवंबर को पकड़ा गया लेकिन वेबसाइड में इनकी गिरफ्तारी 9 नंवम्बर को अपलोड की गई।
क्या है पोर्टल
मध्य प्रदेश पुलिस ने अपराध और अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (सीसीटीएनएस) लागू किया है जो भारत सरकार की एक मिशन मोड परियोजना है। सीसीटीएनएस परियोजना के तहत राज्य और देश भर के सभी पुलिस स्टेशनों और उच्च पुलिस कार्यालयों को कम्प्यूटरीकृत और नेटवर्क किया जा रहा है। यह नागरिक पोर्टल मध्य प्रदेश के नागरिकों के लिए विकसित किया गया है।
इनका कहना है
यह सिस्टम पूरा ऑनलाइन हैं। सीधे सॉफ्टवेयर से काम होता है अगर ऐसा कुछ है तो संबंधित विभाग को अवगत कराने के साथ सुधार कार्य किए जाएंगे।
संपत उपाध्याय, एसपी