दिन में तपिश, शाम को घुली ठंडक
जबलपुर: गर्मी के सीजन में बारिश सा नजारा देखने को मिला। नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को सुबह से मौसम का मिजाज बदला रहा। बादल मंडराए रहे। बीच-बीच में सूर्यदेव भी तेवर दिखा रहे थे लेकिन बादलों की आवाजाही ने सूरज को उग्र नहीं होने दिया। शाम ढलते ही एक बार फिर मौसम ने करवट ली और बादल छाने लगे और बदरा जमकर गरजे। जिसे देखकर लगा कि झमाझम बारिश हो गई लेकिन थोड़ी देर में बूंदाबांदी शुरू हो गई और बंद भी हो गई जैसे बादल छाए और गर्जन हुई वैसे बदरा नहीं बरसे। बरसने वाले बादल आगे बढ़ गए। हालांकि गर्मी से काफी हद तक राहत रही। हवाओं ने वातावरण में ठंडक घोल दी।
यह सिस्टम है सक्रिय
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप बना हुआ है और उत्तराखंड में एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके साथ ही ओडिशा से लेकर विदर्भ, कर्नाटक, तमिलनाडु और मराठवाड़ा होते हुए कोमरीन तक एक द्रोणिका और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में एक चक्रवात बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों में बंगाल की खाड़ी में बना प्रति चक्रवात भी प्रमुख है, जिसके असर से मौसम की रंगत बदल गई है।
आज भी तेज हवाएं चलने, बारिश के आसार
आज और 13 अप्रैल को फिर नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे जिससे वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आएगी। आगामी चार दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा आज जबलपुर सहित संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा और कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है।
पारे में उतार चढ़ाव
मौसम की बदली रंगत से तापमान में उतार चढ़ाव का दौर भी जारी है। मंगलवार को अधिकतम तापमान चढक़र 34.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री कम रहा। सुबह के वक्त आद्रता 60 और शाम को 35 प्रतिशत दर्ज की गई। दक्षिण-पश्चिर्मी हवाएं 3 से 4 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।