बोले: जब मिलीगभत तो सबूत नहीं, निष्पक्ष जांच की मंशा तो अपार सबूत
राज्यसभा सांसद ने कहा, करोड़ों बच्चों के साथ विश्वासघात, देश माफ नहीं करेगा
जबलपुर: सदन में किसी विषय पर जब सरकार घिरने लगती है तो सदन स्थगित कर दिया जाता है यहीं हाल केन्द्र और राज्य का है। जिस तरह से व्यापम घोटाला हुआ और उसके सबूत आज तक नहीं मिल सके और न घोटाले पर सरकार कुछ कहना चाहती है। नर्सिंग, पटवारी भर्ती घोटले का हाल भी ऐसा ही है और ठीक उसी तरह से नीट घोटाले में भी कोई सबूत नहीं मिलेगें। ये बयान राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने दिया। पत्रकारों से चर्चा के दौरान आगे उन्होंने कहा कि जब मिलीभगत होती है तो कभी भी सबूत नहीं मिलता है अगर सरकार की इस मामले में मंशा होती तो और यही जांच अगर निष्पक्ष होती है तो अपार सबूत मिल जाते हैं लेकिन सरकार जांच के नाम पर लीपापोती करने में जुटी हुई है। करोड़ों बच्चों के साथ विश्वासघात हुआ है इसे देश कभी माफ नहीं करेगा।
भाजपा को बंगाल दिखे, मणिपुर हिंसा पर चुप
मणिपुर की घटनाओं पर राज्यसभा सांसद ने कहा कि महिलाओं को सम्मान देना हमारा कर्तव्य है। मैं किसी भी तरह की महिला हिंसा या उत्पीडऩ की खिलाफत करता हूं। हिंसा के बढ़ते मामलों पर भाजपा को बंगाल तो दिखता है लेकिन मणिपुर हिंसा को लेकर भाजपा चुप हो जाती है। उन्हें मप्र, नागालैंड, नहीं दिखता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता भाजपा के लिए बड़ा चैलेंज बन गई हैं।
सियासत हुई तो कांक्लेव फेल
जबलपुर क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए 20 जुलाई को रीजन इंडस्ट्री कांक्लेव आयोजित है जहां निवेशकों को आकर्षित किया जायेगा। यह कॉक्लेव मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में होगी। जिसको लेकर श्री तंखा ने कहा कि मैं ऐसे प्रयास का स्वागत करता हूं, क्योंकि इस तरह के कार्यक्रम जनता के लिए होते हैं, और इसका स्वागत नहीं करना जनता के साथ गलत होगा लेकिन अगर यह कांक्लेव अगर राजनीतिक पृष्ठभूमि से प्रभावित हुआ तो यह भी फेल होगा।
पहले पुराने पर अमल हो फिर नए कानून लाए
एक जुलाई से लागू किए गए नए कानून और गौ रक्षक के लिए बने कानून को लेकर राज्यसभा सांसद ने कहा कि कानून बनाने से कुछ नहीं होता। कानून का पालन करना एक बड़ी जवाबदारी है। सरकार पहले बीस साल पहले आए गए कानून पर अमल करे उसके बाद नए कानून लाए।