ट्रांसपोर्टर को दे रही थी झूठे केस में फंसाने की धमकी
पत्नी ने महिला थाने जाकर दर्ज कराई थी रिपोर्ट
भोपाल, 7 नवंबर. राजधानी की महिला थाना पुलिस ने ब्लैकमेल कर करीब 15 लाख रुपये ऐंठने वाली दो युवतियों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों युवतियां एक ट्रांसपोर्टर को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर लंबे समय से ब्लैकमेल कर रही थी. नकदी के अलावा दोनों ने उससे लाखों रुपये कीमत के जेवरात और मोबाइल भी ऐंठ लिए थे. आरोपियों के कब्जे से एक कीमती मोबाइल और 2 लाख 40 हजार रुपये नकद जब्त किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक इस मामले की रिपोर्ट बुधवार को 47 साल की महिला ने दर्ज कराई थी. मूलत: नरसिंहपुर निवासी फरियादिया फिलहाल मिसरोद इलाके में रहती हैं. उनके पति ट्रांसपोर्टर का काम करते हैं. पीडि़त महिला ने पुलिस को बताया कि सौम्या उर्फ रश्मि और मोनिका उर्फ रश्मि साहू नाम की दो लड़कियां है, जो कि मेरे पति को ब्लैकमेल कर अभी तक करीब 15 लाख रुपए ले चुकी हैं. घर की आर्थिक स्थिति खराब होने पर जब उन्होंने अपने पति से पूछताछ की कि घर का सारा पैसा कहां जा रहा है. तब पति ने बताया कि सौम्या उर्फ रश्मि एवं मोनिका उर्फ रश्मि नाम की लड़कियां ब्लैकमेल कर रही हैं. युवतियों ने उनके पति के कुछ फोटो और वीडियो बना लिए थे, जिनको वायरल करने की धमकी देकर बार-बार उनसे अलग-अलग चीजों के डिमांड कर रही थी. बदनामी के डर से उनकी डिमांड अभी तक पूरी कर रहे थे. युवतियां उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रही हैं. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया था. एक गिरफ्तार, दूसरी ने किया सरेंडर घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम बनाई थी. पुलिस टीम ने आरोपी सौम्या उर्फ रश्मि को उसके मकान सुरेंद्र नगर भोपाल से गिरफ्तार किया. उसके कब्जे से एक वन-प्लस कंपनी का मोबाइल फोन और 2 लाख 40 हजार रुपए नकद जब्त किए. सौम्या की गिरफ्तारी का पता चलते ही दूसरी आरोपी मोनिका उर्फ रश्मि ने देर रात महिला थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया. इनकी रही सराहनीय भूमिका आरोपियों को गिरफ्तार करने में महिला थाना प्रभारी निरीक्षक अंजना दुबे, उप निरीक्षक महेश गौतम, सहायक उप निरीक्षक राम कुशल विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक खुशबू चंदेल, आरक्षक रीना अहिरवार, रितु ठाकुर और प्रमोद सोनी की सराहनीय भूमिका रही.