
ग्वालियर। डेंगू का मच्छर बच्चों को ज्यादा काट रहा है। जिले में अभी तक डेंगू के 1241 मरीज सामने आ चुके हैं। इसमें 45 फीसदी बच्चे शामिल हैं। यानी सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। नवंबर माह में डेंगू की रफ्तार कम जरूर हुई है, लेकिन जो मामले सामने आ रहे हैं उनमें बच्चों की संख्या अधिक है। चार दिन में 17 बच्चे पीड़ित निकले हैं। बच्चों के पीड़ित होने का कारण डेंगू मच्छर का तीन फीट से ज्यादा ऊंचा नहीं उड़ना है, क्योंकि बच्चों की ऊंचाई कम होने के कारण मच्छर बच्चों को आसानी से अपना शिकार बना लेता है। साथ ही बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों के मुकाबले कमजोर होती है। बुधवार को डेंगू के 16 नए मरीज मिले हैं। जीआरएमसी के माइक्रो बायोलाजी विभाग और जिला अस्पताल मुरार में बुधवार को डेंगू के 274 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई। जांच में 27 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई। इन 27 मरीजों में से 16 मरीज ग्वालियर के और 11 मरीज दूसरे जिलों के हैं। ग्वालियर में मिले 16 मरीजों को मिलाकर जिले में जनवरी से लेकर अब तक एक हजार 241 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं और पांच मरीजों की डेंगू से मौत हुई है। इनमें से 17 साल से कम उम्र के करीब 550 बच्चे अब तक डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। बुधवार को दो हजार 766 घरों के सर्वे में 110 घरों में लार्वा मिला है। जिसे मलेरिया विभाग की टीम ने नष्ट किया। साथ ही लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी दी। जनवरी से अभी तक 19 हजार 615 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच हो चुकी है। साथ ही सर्वे टीम द्वारा अब तक छह लाख 33 हजार 872 घरों में लार्वा सर्वे किया जा चुका है। जिसमें 25 हजार 577 घरों में लार्वा मिला।