नयी दिल्ली 06 नवम्बर (वार्ता) भारत-अमेरिका सैन्य सहयोग समूह (एमसीजी) की 21वीं बैठक में यहां रक्षा क्षेत्र में सहयोग की समीक्षा की गयी।
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि आज यहां संपन्न हुई दो दिन की इस बैठक में क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण आदान-प्रदान, रक्षा औद्योगिक सहयोग और पारंपरिक तथा हाइब्रिड खतरों के लिए तैयारियों को बढ़ावा देने वाले संयुक्त अभ्यासों की प्रगति सहित कई विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक की सह-अध्यक्षता भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू और अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड के डिप्टी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जोशुआ एम रुड ने की। दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौजूदा पहलों की समीक्षा करने के साथ साथ सहयोग के नए क्षेत्रों की संभावनाओं का पता लगाया।
दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी के महत्व पर जोर दिया और सक्रिय जुड़ाव तथा बढ़ी हुई अंतर-संचालन क्षमता के माध्यम से इस रणनीतिक संबंध को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने हिन्द प्रशांत क्षेत्र की गतिशील चुनौतियों की साझा समझ के साथ भारत-अमेरिका सैन्य सहयोग के दायरे का विस्तार करने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।
इस मंच का उद्देश्य रक्षा सहयोग को बढ़ाना तथा दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच रणनीतिक और परिचालन रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है। एमसीजी बैठक क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा सुनिश्चित करने, उभरते खतरों का मुकाबला करने तथा आपसी क्षमताओं का निर्माण करने के लिए भारत और अमेरिका के साझा उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।