भूमि के क्रय-विक्रय प्रतिबंध के बाद भी किया रजिस्ट्री

मामला अभ्यारण्य क्षेत्र बगदरा के गढ़वा गांव का, सब रजिस्टार बैढ़न का एक और कारनामा आया सामने

सिंगरौली : उप पंजीयक बैढ़न का कारनामा एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन के साथ-साथ पंजीयक विभाग के आलाधिकारी कार्रवाई करने से परहेज करते आ रहे हैं। जिसको लेकर अब उक्त विभाग के अधिकारियों एवं जिला प्रशासन के कार्य शैली को लेकर लोग सवालों के कटघर्रे में खड़ा कर सवाल उठा रहे हैं।दरअसल जिला प्रशासन के नाक के नीचे बैठे उप पंजीयक कार्यालय के चर्चित, सब रजिस्टार ने कलेक्टर के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए क्रेताओं के सांठगाठ से बगदरा अभ्यारण क्षेत्र संजय रिजर्व टाइगर के एक गांव का नही बल्कि दो गाँवो की कई एकड़ जमीनों का रजिस्ट्री कर दिया है।

चर्चित सब रजिस्टार के कार्यगुजारियों का एक मामला ग्राम झपरहवा की जमीन रजिस्ट्री करने का मामला अभी थमा भी नही था कि एक और नया मामला ग्राम गढ़वा की बगदरा अभ्यारण की प्रतिबंधित जमीन की रजिस्ट्री करने का सामने आया है। कलेक्ट्रेट भवन में कलेक्टर सिंगरौली के कार्यालय के पास बैठ कर ही भ्रस्ट सब रजिस्टार ने कलेक्टर के आदेश को करारा तमाचा जड़ा है। सारे नियम कानून को बलाये ताक पर रख कर अभ्यारण की प्रतिबंधित जमीन की रजिस्ट्री करने वाले अपने काले कारनामों को लेकर बहुचर्चित सब रजिस्टार के सामने जिला प्रशासन पूरी तरह से नतमस्तक है। जिसको लेकर पूरे जिले मे तरह तरह की चर्चाएं आम हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संजय रिर्जव टाईगर अभ्यारण्य बगदरा क्षेत्र के मौजा गढ़वा की भूमि के आराजी नम्बर 113 (एस) रकवा 0.7600 हे. मे से 0.3800 हे. एवं खसरा क्रमांक 114 (एस)कुल रकवा 0.2400 में से बिक्री करवा 0.1200 हे. को मुनिया केवट उर्फ मुन्नी लाल केवट निवासी ग्राम घोरिया पोस्ट चोपन ने तमई निवासी राजेश्वर यादव को 27 मई 2022 को बिक्री किया था। जिसकी उप पंजीयक कार्यालय चितरंगी के अशोक सिंह परिहार के द्वारा रजिस्ट्री भी कर दी गई थी। जबकि संजय रिर्जव टाईगर अभ्यारण्य क्षेत्र बगदरा के भूमि के क्रय-विक्रय एवं नामांतरण पर तत्कालीन कलेक्टर के द्वारा 12 मई 2022 को रोक लगा दिया था। इसके बावजूद उप पंजीयक ने उक्त मौजा गढ़वा गांव के आराजी को बिना किसी डर-भय के रजिस्ट्री किया है। हालांकि यह पहला मामला नही है। ठीक इसी के बाद 2 जून 2022 को झपरहवा गांव के 30 एकड़ की भूमि की रजिस्ट्री रोक के बावजूद कर दिया था। फिलहाल उप पंजीयक दफ्तर में मची भर्रेशाही व एक के बाद एक नित्य कारनामे उजागर होने के बावजूद प्रशासन के साथ-साथ महानिरीक्षक मुद्रांक पंजीयक की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
गंभीर आरोप के बाद भी कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति
उप पंजीयक बैढ़न पर एक नही बल्कि दर्जन भर से अधिक गंभीर आरोप हैं। जिसकी शिकायत महानिरीक्षक पंजीयक मुद्रांक के साथ-साथ विभाग के पंजीयक के पास कई बार की गई। लेकिन जांच के नाम पर केवल कोरमपूर्ति कर ली जा रही है। इस तरह के आरोप शिकायतकर्ता अरूण समेत अन्य के अलावा लगाया जा रहा है। इसके बावजूद वरिष्ठ अधिकारी उप पंजीयक के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस नही जुटा पा रहे हैं। यहां तक कि उप पंजीयक के दफ्तर के ठीक ऊपर फस्ट फ्लोर में कहने के लिए पंजीयक दफ्तर भी है। यहां पंजीयक कब आते हैं और अब तक शिकायतों के निष्पक्ष तरीके से कितने जांच कर शिकायकर्ताओं को संतुष्ट किया है। इसको तो वही बता पाएंगे। लेकिन चर्चाए इन दिनों फिर से पकड़ लिया है।
गिरफ्तारी की मांग को लेकर संजय अनशन की तैयारी में
भूमियों के क्रय-विक्रय एवं नामांतरण पर रोक लगाये जाने के बावजूद बगदरा क्षेत्र के झपरहवा गांव की रजिस्ट्री कर दिये जाने के मामले में धोखाधड़ी का शिकार हुये संजय कुमार जायसवाल एवं राजकुमार जायसवाल अब अनशन की तैयारी करने की कवायद शुरू कर दी गई है। संजय का आरोप है कि कोतवाली बैढ़न में भूमि के फर्जी विक्रता, तत्कालीन हल्का पटवारी सहित भूमि के रजिस्ट्री करने वाले के विरूद्ध अपराध भी दर्ज है। किन्तु पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नही कर रही है। लिहाजा अब जिला मुख्यालय बैढ़न में अनशन करने के अलावा कोई विकल्प नही बचा है। कोतवाली पुलिस जानबुझकर आरोपियों की गिरफ्तारी नही कर रही है।

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