शिव पार्वती का हुआ विवाह
ग्वालियर। माहौर ग्वार्रे वैश्य समाज द्वारा आयोजित सेठ बुलाकी दास की बगिया राम जानकी मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा मैं सुप्रसिद्ध भागवत आचार्य पंडित देवेंद्र शास्त्री महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कहा कि भगवान की लीलाएं अपरंपार हैं। भागवत कथा का श्रवण करने से मन का शुद्धिकरण होता है। इसलिए व्यक्ति को समय निकालकर कथा श्रवण अवश्य करना चाहिए। बच्चों और युवाओं को संस्कारवान बनाकर कथा श्रवण के लिए प्रेरित करना चाहिए। कथा की सार्थकता तभी है जब इसे हम अपने जीवन में धारण कर निरंतर हरिस्मरण करते हुए जीवन को आनन्दमय और मंगलमय बनाकर आत्मकल्याण करे।
कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए भगवान शिव की बात को नहीं मानने पर सती के पिता के घर जाने से अपमानित होने के कारण स्वयं को अग्नि में स्वाहा होना पड़ा आज की कथा में शिव पार्वती विवाह भक्त ध्रुव की कथा मैं बताया कि 5 वर्ष की आयु में ध्रुव महाराज ने भगवान नारायण के दर्शन किए और भगवान ने उन्हें 36000 वर्ष तक पृथ्वी का राजा बनने का वरदान दिया नरसिंह भगवान का अवतार की कथा सुनाई अंखियों में कौवा और इंसानों में पंडित श्री देवेंद्र शास्त्री जी ने नारायण भक्त प्रहलाद की कथा सुनाई और हिरण्याकश्यप का उद्धार किया आज श्रीमद् भागवत भगवान की सभी समाज बंधुओं ने भागवत भगवान की आरती की।