- पुलिस ने आरोपियों का निकाला जुलूस
नवभारत न्यूज़
इंदौर. दीपावली की रात गांधी नगर क्षेत्र में हुई हत्या के 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनका उसी क्षेत्र में जुलूस निकाला. एक आरोपी पुलिस की गिरफ्तर से अभी भी दूर है. पुलिस उसे जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कर रही है. पुलिस ने 24 घंटे में हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली टीम को पांच हजार रुपए देने की घोषणा की है.
डीसीपी विनोद मीणा ने बताया कि गांधीनगर थाना क्षेत्र में दीपावली की रात राधा स्वामी आश्रम के सामने खुले पड़े प्लाट पर एक लाश की सूचना पर पुलिस पहुंची थी. जांच में पता चला कि शव रमेश जाधव नामक युवक का है, जिसकी किसी अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने मामले में 24 घंटे के अंदर ही हत्या का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस की जांच में यह पता चला कि हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई थी.
हत्या के पीछे पुरानी रंजिश
पुलिस ने जब ढाबा संचालक अनिल चौधरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला यह भी हत्याकांड में शामिल है. पुलिस की पूछताछ में अनिल ने अपने अन्य साथियों के नाम भी उगल दिए. अनिल ने पुलिस को बताया कि पुरानी रंजिश के चलते उसने अपने साथी पंकज उर्फ भोला शर्मा , दीपक उर्फ नाना, देवेंद्र शर्मा कृष्ण पिता उदय सिंह ,राहुल पिता भागीरथ और समीर उर्फ मोहसिन के साथ मिलकर रमेश जाधव को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने इनमें से छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि समीर उर्फ मोहसिन अभी भी फरार है. पुलिस ने अनिल चौधरी को मुख्य आरोपी बनाया है. जिसके खिलाफ अब तक 9 अपराधिक प्रकरण दर्ज है. जबकि भोला पर सात और नाना के खिलाफ तीन अपराध पहले से ही दर्ज है. पुलिस ने बताया कि भोला जिलाबदर का आरोपी है. उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज है.
ऐसे किया हत्याकांड
घटना की रात रमेश जाधव अनिल चौधरी के ढाबे पर पहुंचा था जहां कुछ मामूली विवाद भी हुआ था जिसके बाद अनिल अपने साथियों के साथ मिलकर उसे अरिहंत नगर रोड स्थित खुले मैदान में ले गए. वहां पर उसके साथ मारपीट की और पत्थरों से कुचलकर उसकी हत्या कर दी.
जुलूस के दौरान माफी मांगते नजर आए आरोपी
पुलिस हमारी बाप हैं, अपराध करना पाप है…….. सभी छह आरोपी गांधी नगर चौराहे पर यह नारे लगाते हुए नजर आए. सभी आरोपी पुलिस वालों से माफी मांगते हुए नजर आए. इस दौरान आने जाने वाले रुक रुक कर यह आरोपियों की हो रही पिटाई देखते हुए मन ही मन खुश हो रहे थे. जहां से आरोपियों को जुलूस निकाला जा रहा था, वहां पर कई बार यातायात भी प्रभावित हुआ.