नर्मदा दीपोत्सव: सनातनी थीम पर लेजर शो, इंद्रधनुषी रंगों ने मां नर्मदा का किया श्रृंगार, शंख ध्वनि की गूंज, महाआरती
जबलपुर। मां नर्मदा के पावन तट ग्वारीघाट में संस्कारधानी अलौकिक, अविष्मरणीय, अद्भुत आयोजन की साक्षी बनी। अवसर था लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के अगुवाई पर दीपावली की पूर्व संध्या पर आयोजित नर्मदा दीपोत्सव का जिसमे ग्वारीघाट के सभी तटों का 51 हजार दीपो से श्रृंगार किया गया साथ ही सनातनी थीम पर आयोजित लेजर शो एवं प्रदूषण रहित आतिशबाजी ने उपस्थित जनसमुदाय का मन मोहा लिया। संतो के पावन सानिध्य में बड़ी संख्या में नर्मदा तट पहुंचे सभी भक्त जनों ने तट पर एक एक दीप जलाकर जबलपुर की समृद्धि के लिए कामना की। संतो द्वार की गई शंख ध्वनि के साथ ही कार्यक्रम की शुरुआत हुई जिसके बाद दीपो को प्रज्वलित किया गया तत्पश्चात मां नर्मदा अष्टक, महाआरती की गई। दीपोत्सव के दौरान सनातनी थीम पर लेजर शो का प्रदर्शन किया गया जिसे देखकर उपस्थित जनसमुदाय मोहित हो गया और सभी ने इस आयोजन की सराहना की। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा एक एक दीप जब प्रज्वलित हुआ तो उसके प्रकाश ने हमारी परंपरा, संस्कृति, आदर्शो और सिद्धांतो का अहसास कराया। उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्षों की प्रतीक्षा के बाद 22 जनवरी को हमारे आराध्य भगवान श्रीराम अपने मंदिर में पूरी भव्यता के साथ विराजित हुए थे और इसीलिए इस बार की दीपावली के अवसर पर पूरे देश में उत्साह और उमंग का वातावरण है और यह वातावरण देश को एक सूत्र में बांधने वाला है और हम सबका सौभाग्य है जबलपुर में आयोजित दीपोत्सव में हम सभी ने पूरे उत्साह के साथ सहभागिता की। इस अवसर पर संतो ने कहा कि तीन वर्षो में माता के चरणों में जो कार्यक्रम किया जा रहा है यह अद्भुत है और इस तरह के आयोजन हमारी धर्म परंपरा को आगे की पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए होते रहे यही कामना है।
प्रदूषण रहित आतिशबाजी-
नर्मदा तट में 15 मिनिट से अधिक समय तक लगातार गगनचुंबी और रंग बिरंगे फटाखो ने सभी का मन मोहा। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मिकी, ग्रामीण जिलाध्यक्ष रानू तिवारी, विधायक अशोक रोहाणी, विधायक सुशील तिवारी इंदु, अभिलाष पांडे, विधायक नीरज सिंह, विधायक संतोष बरकड़े, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी संपत उपाध्याय एवं बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, भक्तजन उपस्थित थे।
संतो का मिला आशीर्वाद
दीपोत्सव जबलपुर के आयोजन में दंडी स्वामी श्री कालिकानंद महाराज, जगतगुरु स्वामी राघवदेवाचार्य , स्वामी डॉ. नरसिंह दास, महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज, पूज्य स्वामी गिरीशानंद जी साकेत धाम, स्वामी चैतन्या नंद बगुलामुखी, स्वामी राधे चैतन्य महाराज, स्वामी मुकुंददास जी महाराज गुप्तेश्वर, स्वामी कालीनंद, साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी, स्वामी अशोकानंद जी महाराज, पूज्य पागलानंद जी महाराज, साध्वी शिरोमणि, चन्द्रशेखरानंद, पं तरुण चौबे, बृजेश दास, स्वामी रामभारती, स्वामी सुरेन्द्र दास, पूज्य मैत्री दीदी, शिरोमणि दीदी, पं वासुदेव शास्त्री, पं रोहित दुबे, पं देवेंद्र त्रिपाठी का आशीर्वाद मिला।