वीरा चीता ने बकरा-बकरी का शिकार करने के बाद नीलगाय पर किया हमला 

डीएफओ की अपील कोई चीता को हानि न पहुंचाए

मुरैना l बीते चार दिन पहले कूनो अभ्यारण्य से भागी वीरा चीता ने मुरैना जिले के जौरा के जंगलों में 2 दिन पूर्व दो बकरा-बकरी का शिकार किया। वहीं रविवार को नरहेला गांव में वीरा चीता द्वारा एक नीलगाय पर हमला किया गया है, लेकिन वन विभाग पशु जानवरों को सुरक्षा ना देकर लोगों से चिता को हानि न पहुंचने की बात कह रहा है l इसके डर से चरवाहे अपने मवेशी जंगल मे चराने नहीं जा रहे है तो वहीं किसान खेतो में पकी हुई खड़ी गेंहू की फसल को काटने नहीं जा रहे है। ग्रामीणों ने अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए फॉरेस्ट डिपॉर्टमेंट से गुहार लगाई है। उधर डीएफओ स्वरूप दीक्षित का कहना है कि, उनकी अपील है कि कोई भी चीते को नुकसान न पहुंचाए। किसान आप के खेतों की बगड़ तथा खुले कुओं को बंद कर दे। चीता एक दम से किसी पर हमला नहीं करता है। उससे भयभीत न हो। वहीं डीएफओ का कहना है कि वह मानव का शिकार नहीं करता है l

पिछले कुछ दिनों से कूनो अभ्यारण्य से भागी वीरा चीता की मुरैना जिले के जोरा क्षेत्र में आमद से ग्रमीण खौफजदा है। उनको डर है कि जानवरों के साथ-साथ चीता मनुष्यों को भी अपना भोजन न बना ले। चीते के खौफ से चरवाहे अपने मवेशी जंगल मे चराने नहीं जा रहे है तो वहीं किसान खेतो में पकी हुई खड़ी गेंहू की फसल को काटने नहीं जा रहे है। ग्रामीणों ने अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए फॉरेस्ट डिपॉर्टमेंट से गुहार लगाई है।

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