सियासत
विधानसभा चुनाव के बाद से जब से डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी है इंदौर जिले का शक्ति संतुलन 180 डिग्री पर आ गया है. शिवराज सिंह चौहान के समय भाजपा में जो नेता ताकतवर थे वह नए निजाम में खुद को शक्तिहीन समझने लगे हैं. दूसरी तरफ कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व वाले कैंप की ताकत बढ़ गई है. भाजपा में मनोज पटेल, उषा ठाकुर और मालिनी गौड़ को कैलाश विजयवर्गीय का कट्टर राजनीतिक दुश्मन माना जाता है.
यह तीनों विधायक अपने तरीके से मंत्री की शक्ति के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं लेकिन इनके अलावा भी एक नया गुट सामने आया है. इस नए खेमे में गौरव रणदिवे, सुदर्शन गुप्ता और जयपाल सिंह चावड़ा जैसे नेता हैं. ये लोग सदस्यता अभियान की सफलता का श्रेय ले रहे हैं. उनकी कोशिश है कि सदस्यता अभियान की सफलता का श्रेय लेकर निगम मंडल में महत्वपूर्ण स्थान लिया जा सके. नगर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे कैलाश विजयवर्गीय की वजह से नगर अध्यक्ष पद तक पहुंचे थे लेकिन बाद में उनके रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय से मतभेद हो गए. ऐसे में गौरव अब अनेक अवसरों पर मंत्री गुट के खिलाफ नजर आते हैं. सुदर्शन गुप्ता मूल रूप से तो कैलाश विजयवर्गीय के विरोधी हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति में वो श्री विजय वर्गीय के आसपास भी दिख जाते हैं. यही स्थिति जयपाल सिंह चावड़ा की है.