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रीवा, 17 अक्टूबर, विन्ध्य क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों और खनिज पदार्थों से भरपूर है. विन्ध्य में बाणसागर बांध की नहरों के माध्यम से पर्याप्त पानी उपलब्ध है.
उद्योगों की स्थापना के लिए विन्ध्य में कम दर पर पर्याप्त भूमि उपलब्ध है. उद्योगों की स्थापना के लिए विन्ध्य में सर्वाधिक संभावनाएं हैं. इन संभावनाओं को फलीभूत करने के लिए कलेक्ट्रेट रीवा में निवेश प्रोत्साहन केन्द्र शुरू किया गया है. इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया कि 23 अक्टूबर को आयोजित होने वाले रीजनल इन्डस्ट्रियल कॉन्क्लेव की तैयारियों के क्रम में इस केन्द्र को शुरू किया गया है. इसमें मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास केन्द्र अधिकारी तैनात किए गए हैं. निवेश प्रोत्साहन केन्द्र से उद्योगों की स्थापना के लिए उपलब्ध भूमि, पानी, सडक़, बिजली, रेलवे लाइन, हवाई मार्ग, श्रमिकों की उपलब्धता आदि की जानकारी उपलब्धता की जानकारी दी जा रही है. विन्ध्य में बाणसागर बांध की नहरों से खेती में चहुंमुखी विकास हुआ है. गेंहू, धान, चना, सरसों सहित सभी फसलों के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. फल और सब्जियों का उत्पादन भी तेजी से बढ़ा है. कृषि आधारित तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना की भी अच्छी संभावनाएं हैं. उद्योगों की स्थापना के लिए रीवा जिले में गुढ़ में नया औद्योगिक केन्द्र विकसित किया गया है. मऊगंज जिले में घुरेहटा तथा कटरा-घूमा में नए औद्योगिक केन्द्र विकसित किए जा रहे हैं.
सिरमौर और सेमरिया तहसील तथा त्योंथर तहसील में औद्योगिक निवेश के लिए भूमि सुरक्षित की गई है. जिले के कई क्षेत्रों में सोलर पावर प्लांट लगाने की भी अच्छी संभावना है.