नोएडा, (वार्ता) हरियाणा स्टीलर्स के स्टार ऑलराउंडर मोहम्मदरेजा शैडलू ने प्रो कबड्डी लीग सीजन 11 में अपनी बहुमुखी प्रतिभा और प्रभुत्व का प्रदर्शन जारी रखा है। इसके दम पर उन्होंने केवल 76 मैचों में 300 टैकल पॉइंट का मील का पत्थर हासिल किया है। यू मुंबा के खिलाफ अपने आखिरी मैच में उनके कुल 10 पॉइंट में 4 रेड पॉइंट भी शामिल थे, जिससे अटैक और डिफेंस दोनों में उनकी काबिलियत साबित हुई और लीग के प्रमुख ऑलराउंडरों में से एक के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हुई।
शैडलू ने अपने रिकॉर्ड तोड़ने वाले प्रदर्शन के बाद कहा, “हर कोई जानता है कि मैं रेडिंग में भी कुशल हूं, जो मुझे एक सच्चा ऑलराउंडर बनाता है। कई लोग पीकेएल में ऑलराउंडर होने का दावा करते हैं, लेकिन मैंने साबित कर दिया है कि मैं टैकल और रेड को प्रभावी ढंग से कर सकता हूँ। मैं टीम की ज़रूरतों के हिसाब से खुद को ढालता हूँ। चाहे वह रेडिंग हो या टैकल-मैं उसी के हिसाब से प्रदर्शन करता हूँ।”
ईरानी खिलाड़ी की यह उपलब्धि उनके ईरानी हमवतन फजल अत्राचली के रिकॉर्ड से तुलना करने पर और भी उल्लेखनीय हो जाती है। पीकेएल के दिग्गज खिलाड़ी से तुलना के बारे में पूछे जाने पर शैडलू ने कहा, “फजल ने पीकेएल में दस सीज़न खेले हैं और 500 अंक हासिल किए हैं। मैंने सिर्फ़ चार सीज़न में 300 अंक हासिल किए हैं। संख्या खुद ही सब कुछ बयां करती है।”
वर्तमान में हरियाणा स्टीलर्स के लिए खेल रहे शैडलू ने सीजन 10 में पुनेरी पल्टन के साथ पीकेएल का खिताब जीतने के बाद भारतीय कबड्डी इको सिस्टम को अपनी प्रगति का श्रेय दिया।
उन्होंने कहा, “मैंने सभी भारतीय खिलाड़ियों से सीखा है। मैं सिर्फ़ एक व्यक्ति का नाम नहीं ले सकता। सभी ने मेरे खेल में सुधार में योगदान दिया है और मैं हर सीज़न के साथ सीखता रहता हूँ।”
हरियाणा स्टीलर्स के साथ अपने मौजूदा कार्यकाल के बारे में बात करते हुए शैडलू ने एक युवा और महत्वाकांक्षी टीम का हिस्सा होने पर अपनी खुशी व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “ मेरी वर्तमान और पिछली दोनों टीमें युवा टीमें रही हैं, और मैं उस माहौल का आनंद लेता हूं। युवा टीमों में जटिलताएं कम होती हैं क्योंकि हर कोई जीतने और खुद को साबित करने के लिए भूखा होता है।”
इस डिफेंसिव दिग्गज ने अपने कलेक्शन में और भी सिल्वरवेयर जोड़ने पर भी नज़र रखी है। उन्होंने कहा, “इस सीज़न की ट्रॉफी मेरे लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि मैं यह दिखाना चाहता हूं कि मैं जिस भी टीम में शामिल होता हूं, वह चैंपियन बनती है।”