अब ग्रामीण पुलिस की ‘तीसरी आंख’ होगी सक्रिय


सभी पिकनिक स्पॉटों पर पुलिस रखेगी वक्र दृष्टि, जामगेट पर बनेगी पुलिस चौकी

धर्मेन्द्र चौहान
इंदौर: शहर के आसपास के पिकनिक स्पॉटो पर हो रहे अपराधों पर नियंत्रण रखने के लिए ग्रामीण पुलिस की तीसरी आंख अब सक्रिय होगी. सभी प्रमुख जगहों पर पुलिस अपनी वक्र दृष्टि रखने के लिए अब तैयार है. इसके लिए पचास से ज्यादा स्पॉटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई गई है. इसके साथ ही जाम गेट पर पुलिस चौकी बनाई जाएगी.शहर के आसपास के पिकनिक स्पॉटों पर होने वाले अपराध जैसे मारपीट, लूट, महिलाओं के साथ अत्याचार को रोकने के लिए ग्रामीण पुलिस ने अपना रोडमेप तैयार कर लिया है. इसके तहत अब पचास से ज्यादा पिकनिक स्पॉटों पर पुलिस अपनी तीसरी आंख यानी की सीसीटीवी कैमरों को लगाने के तैयारी कर रही है. इसके लिए पुलिस ने जिला प्रशासन से मंजूरी भी ले ली है. इतना ही नहीं जाम गेट पर जल्द ही एक पुलिस चौकी भी बनाई जाएगी, जो अपने दस किलोमीटर आसपास के अन्य स्पॉटों पर आसानी से पहुंच सकें. यहां चौकी बनने से मुखबिर तंत्र भी मजबूत हो सकेगा. जामगेट बड़गौंदा थाना क्षेत्र में आता है, यहां के पुलिसकर्मियों का स्टॉफ क्षेत्रफल को देखते हुए काफी कम माना जाता है.

जामगेट पर हो चुकी है घटना
बड़गोंदा थाना क्षेत्र में आने वाले जामगेट पर पिछले दिनों दो ट्रेनी आर्मी अधिकारियों और उनकी दो महिला मित्रों के साथ लूट जैसी घटना घटित हो चुकी है. ग्रामीण पुलिस को महू क्षेत्र के पचास से ज्यादा पिकनिक स्पॉटों पर नजर रखना मुश्किल होता था, जिसको देखते अब हुए सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी कर ली गई है.

इनामी बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर
बड़गोंदा थाने का कुख्यात इनामी बदमाश ईश्वर भील अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है. आरोपी पर रेप सहित कई संगीन अपराध दर्ज है. पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है.

एक थाना 60 गांव, 28 पुलिसकर्मी
बड़गोंदा थाने में 60 गांव आते हैं, मगर थाने में पुलिसकर्मियों की संख्या काफी कम हैं. रात 11 बजे बाद यहां सिर्फ 6 पुलिसकर्मी ही रह जाते है. इनमें से एक एएसआई, एक हवलदार, डायल 100 वाहन पर एक जवान, पीसीआर वेन में एक जवान, थाने के कम्प्यूटर रुम में एक जवान व थाने पर आने वाले फरियादियों की रिपोर्ट लिखने के लिए आरक्षित एक जवान. जबकि फील्ड पर जाने के लिए मात्र तीन पुलिसकर्मी, इसके अलावा किसी भी वारदात की सूचना होने पर घटना स्थल पर जाने के लिए तीन जवान. इनके भरोसे ही 60 गांवों की जिम्मेदारी रहती है.

हर स्पॉट पर रखी जा सकेगी नजर
ग्रामीण क्षेत्र काफी फैला हुआ हैं, पुलिसकर्मियों को आने जाने में समय लग जाता है. सीसीटीवी कैमरें लग जाने से यहां के हर स्पॉट पर नजर रखी जा सकती है. चौकी बन जाने से जहां मुखबिर तंत्र मजबूत होगा. वहीं, ग्रामीणों का भी हौंसला बढ़ेगा.
– हितिका वासल, ग्रामीण एसपी

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