भारत को स्वाधीनता प्राप्त हुए 77 वर्ष हो गए हैं. निश्चित रूप से हम लोक कल्याणकारी , लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में तेजी से शक्तिशाली हो रहे हैं लेकिन स्वाधीनता दिवस के अवसर पर हमें इस बात पर आत्मावलोकन करना पड़ेगा कि क्या हमारे संविधान निर्माताओं और स्वतंत्रता सेनानियों ने […]

बांग्लादेश के दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम को लेकर भारत में भी हलचल है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के नेता गैर जिम्मेदाराना बयान बाजी कर रहे हैं. इससे बचना चाहिए. आखिर हमारे देश का कोई जिम्मेदार नेता यह कामना कैसे कर सकता है कि भारत में भी बांग्लादेश जैसे हालात हो […]

लगभग गृह युद्ध जैसे हालात में चल रहे बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार प्राप्त विजेता मोहम्मद यूनुस की कार्यवाहक सरकार ने कार्यभार संभाल लिया है. इस सरकार से उम्मीदें हैं कि मानवता के तकाजे को ध्यान में रखते हुए अपने देश में चल रहे अल्पसंख्यकों के अत्याचार को रोकेगी. इसके अलावा […]

हाल ही में आई यूनेस्को की ‘ टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन’ रिपोर्ट के मुताबिक टेक्नोलॉजी से हद से ज्यादा जुड़े रहना, विशेष रूप से स्मार्टफोन के इस्तेमाल की अति से बच्चों के प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ता है. रिपोर्ट में शामिल मूल्यांकन के आंकड़े बताते हैं कि हरदम मोबाइल पास होने […]

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में मौद्रिक नीति जारी करते हुए रेपो और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. इसी के साथ भारतीय रिजर्व बैंक ने देश की आर्थिक स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की है. इसके अनुसार आने वाले समय में भारत के विकास दर […]

पेरिस ओलंपिक में एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम के तहत भारत की पहलवान विनेश फोगाट को उस समय डिसक्वालीफाई कर दिया गया, जब वो गोल्ड मेडल के लिए मुकाबले में उतरने वाली थी. ओलंपिक के नियमों के अनुसार उनका वजन 100 ग्राम बढ़ गया था. इसलिए उन्हें मुकाबले के लिए अयोग्य […]

निश्चित रूप से बांग्लादेश का घटनाक्रम भारत के लिए संकट ही माना जाएगा. संकट इन अर्थों में कि एक तो वहां भारतीय समुदाय विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले हो रहे हैं. दूसरी बात यह है कि वहां की स्थिति के कारण भारी संख्या में घुसपैठ होने का खतरा उत्पन्न हो […]

बांग्लादेश में जिस तरह से तख्ता पलट हुआ है, उससे भारत को सतर्क रहने की आवश्यकता है. समूचा घटनाक्रम भारत के लिए चिंता जगाने वाला है. एक तो हसीना वाजेद की सत्ता चली गई है, जो भारत की हमदर्द मानी जाती थी, दूसरी बात यह है कि जब भी बांग्लादेश […]

सनातनी परंपरा में सावन यानी मानसून प्रारंभ होते ही धार्मिक और सांस्कृतिक त्यौहार प्रारंभ हो जाते हैं. भारत सांस्कृतिक विविधता वाला देश है. यह महत्वपूर्ण है कि मानसून के दौरान सभी संस्कृतियों में उत्सव मना कर मानसून का स्वागत किया जाता है. काश्मीर से कन्या कुमारी तक मानसून भारत को […]