एक सप्ताह तक मूवमेंट ट्रैक करने के बाद किया गिरफ्तार
पकड़े जाने पर तस्कर ने एनसीबी टीम से किया विवाद
भोपाल, 15 अक्टूबर. राजधानी के कटारा हिल्स में एमडी नशे की फैक्ट्री का खुलासा करने वाली एनसीबी की टीम काफी समय से इस पर काम कर रही थी. छापे से पहले एनसीबी की टीम ने उसी होटल में अपने लिए कमरा बुक कराया था, जहां ड्रग तस्कर सान्याल बाने ठहरा हुआ था. करीब एक सप्ताह तक सान्याल पर नजर रखने के बाद पांच अक्टूबर को उसे हिरासत में लिया गया. इस दौरान सान्याल ने टीम के साथ विवाद करने का प्रयास किया, लेकिन जब उसे जांच एजेंसी के बारे में पता चला तो उसने सरेंडर कर दिया था. आरोपी को हिरासत में लेने के बाद एनसीबी ने होटल के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज डिलीट करवा दिए थे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सान्याल बाने सितंबर के आखिरी सप्ताह में मिसरोद स्थित एक होटल में ठहरने के लिए पहुंचा था. काफी समय से उस नजर रख रही दिल्ली नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) टीम ने सान्याल के ठीक बगल वाला कमरा बुक करवा करवाया. टीम बगल वाले कमरे में रहकर सान्यालय की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखे हुए थी. वह रोजाना कहां-कहां जाता है और किससे मिलता है, इसकी पूरी जानकारी एनसीबी के अधिकारियों को पता चल रही थी. उसी हिसाब से एनसीबी और एटीएस की दूसरी टीमें नशे की फैक्ट्री और मंदसौर में ड्रग कारोबार से जुड़े लोगों पर नजर बनाए हुए थे. हिरासत में आते ही करने लगा विवाद बीती 5 अक्टूबर को जब एनसीबी ने होटल में सान्याल को हिरासत में लिया तो वह विवाद पर उतारू हो गया. सान्याल को जब पता चला कि उसे एनसीबी की टीम ने घेरा हुआ है तो उसने भागने का प्रयास किया. उसे काबू में लेने के लिए टीम को हथियार तक निकालने पड़े थे. उसके बाद टीम उसे लेकर बगरौदा स्थित इंडस्ट्रियल एरिया पहुंची, जहां नशे की फैक्ट्री का खुलासा हुआ. फैक्ट्री से ही पुलिस ने उसके साथ अमित चतुर्वेदी को हिरासत में लिया था. डिलीट करवाए सीसीटीवी फुटेज बताया जाता है कि ड्रग तस्कर सान्याल बाने को गिरफ्तार करने के बाद एनसीबी ने होटल के सभी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज डिलीट करवा दिए थे. होटल प्रबंधन ने एक सप्ताह तक एनसीबी टीम के साथ तालमेल बनाए रखा और कार्रवाई में पूरी तरह से मदद भी की. पांच अन्य सहयोगियों की तलाश ड्रग फैक्ट्री के मामले में गिरफ्तार अमित चतुर्वेदी, सान्याल बाने और हरीश आंजना को न्यायालय में पेश करने के बाद 26 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. उसके पहले एक सप्ताह तक हुई कड़ी पूछताछ के दौरान देश के पांच बड़े ड्रग तस्करों का पता चला है, जिनकी तलाश में एनसीबी, एटीएस के साथ ही राज्यों की पुलिस टीम लगी हुई है. उधर मंदसौर मे पकड़े गए चौथे आरोपी प्रेमसुख पाटीदार से अलग टीम पूछताछ कर रही है.