विजयदशमी संपन्न हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन प्रदेश कार्यकारिणी का बहु प्रतीक्षित गठन अभी नहीं हो सका है. कार्यकारिणी की सूची अटकने से जीतू पटवारी के समर्थक बेचैन हैं. उन्हें लगता है कि भंवर जितेंद्र सिंह, उमंग सिंघार, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे नेता कहीं रायता ना फैला दें! इधर,सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस हाई कमान केवल पीसीसी का गठन नहीं करना चाहता, बल्कि बड़े पैमाने पर सर्जरी करना चाहता है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी को पद ग्रहण किए 10 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है लेकिन अभी तक उनकी कार्यकारिणी नहीं बन पाई है.
जीतू पटवारी कार्यकारिणी की लिस्ट लेकर एक महीने से दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं लेकिन हाई कमान की मुहर नहीं लगने की वजह से जीतू पटवारी अपनी टीम तैयार करने में कामयाब नहीं हो पाए है. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को कार्यकारिणी का लंबे समय से इंतजार करना पड़ रहा है. पार्टी अध्यक्ष द्वारा उन्हें तारीख पर तारीख दी जा रही है. दरअसल प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी कार्यकारिणी की घोषणा कब होगी यह बता नहीं पा रहे हैं. दरअसल नवरात्रि में कार्यकारिणी की घोषणा होने की चर्चा जोरों पर थी. कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीतू पटवारी की कार्यकारिणी की लिस्ट तैयार है लगभग सभी नेताओं की सहमति भी मिल गई है.
वहीं दिल्ली आलाकमान से हरी झंडी भी मिल गई, लेकिन हरियाणा में कांग्रेस की हार से पटवारी की नई टीम फिर अटक गई. जब भी पटवारी टीम के ऐलान की बात आती है तो कोई ना कोई अडंगा लग जाता है. ऐसे में नेताओं को नई कार्यकारिणी की घोषणा के लिए अभी और इंतजार करना होगा. बीते दिनों खबरे आई थी कि पटवारी दशहरा तक नई टीम की घोषणा कर देंगे, लेकिन मामला फिर अटक गया. जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी में युवाओं को मौका देने का प्रयास किया जा रहा है. कार्यकारिणी में सामान्य वर्ग के नेताओं के लिए केवल 30 प्रतिशत पद होंगे, जबकि 70 प्रतिशत पद एसटी, एससी, ओबीसी और महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं.