मृतक की पत्नी का प्रेमी ही निकला हत्यारा
कोनी गांव में अंधी हत्या की गुत्थी को सुलझाने का पुलिस ने किया दावा, आरोपी गिफ्तार
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 6 जून। सरई थाना के कोनी गांव में 27 मई को आधी रात को मोहित बसोर की हुई निर्मम हत्या की अंधी गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लेने का दावा करते हुये मृतक की पत्नी के प्रेमी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया । जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इस अंधी हत्या के गुत्थी को सुलझाने में टीआई ज्ञानेन्द्र सिंह की भूमिक ा सराहनीय रही।
गौरतलब है कि 27 मई की रात ग्राम कोनी निवासी मोहित बसोर जियालाल बसोर उम्र 30 वर्ष का अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से सोते समय चारपाई पर निर्मम हत्या कर दिये थे। पुलिस अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर एसपी, एएसपी एवं एसडीओपी के निर्देश पर तीन अलग-अलग टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश में जुट गई। सरई टीआई ज्ञानेन्द्र सिंह के अनुसार इस घटना के संबंध में तकरीबन 10 संदेहियों से पूछतांछ की गई। इसी बीच पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता एवं एएसपी शिव कुमार वर्मा ने भी घटना स्थल पहुंच अवलोकन कर आवश्यक दिशा निर्देश में जांच पड़ताल तेज कर दी गई। वही आगे बताया की एसडीओपी देवसर एवं सरई पुलिस टीम के द्वारा लगातार 6-7 दिन ग्राम कोनी में सिविल ड्रेस एवं बर्दी में रहकर कैम्प किया गया एवं अज्ञात आरोपी की पता-तलास के लिए कड़ी मेहनत की गई। विवेचना के दौरान पता चला कि मृतक मोहित बसोर की पत्नी त्रिशुला बसोर के संबंध ग्राम रैला चौकी बंधौरा थाना माड़ा के रहने वाले मिथुन बसोर पिता कृपानाथ बसोर से है। मिथुन की ससुराल ग्राम कोनी में मृतक के घर के पड़ोस में थी। जब त्रिशुला अंबाला में अकेली रहती है तो मिथुन बसोर उससे मिलने अंबाला जाया करता था। जहां दोनो के बीच गहरी दोस्ती हो गई थी। मिथुन बसोर अंबाला में होटल में त्रिशुला बसोर से मिलता था। एक बार होटल में त्रिशुला बसोर के साथ मारपीट एवं तोडफ़ोड़ भी किया था। त्रिशुला बसोर के पति मोहित बसोर एवं उसके परिजनों को जब यह बात पता चली तो त्रिशुला को समझाया गया कि मिथुन से बात मत करो। तब त्रिशुला ने मिथुन को बात न करने एवं संबंध खत्म करने के लिए बोलने लगी। किंतु प्रेम में पागल हो चुका मिथुन बसोर त्रिशुला बसोर को किसी भी सूरत में खोना नही चाहता था और त्रिशुला के चक्कर में उसने मोहित को रास्ते से हटाने के लिए ठान लिया। उक्त कार्रवाई में एसडीओपी देवसर राहुल कुमार सैयाम, निरीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह, उनि मनोज सिंह, उनि बीएल बंसल, उनि सूर्यपाल सिंह , उनि बालेन्द्र त्यागी, सउनि पुष्पा गिरि, सउनि कमलेश प्रजापति, प्रआर दिलेन्द्र यादव, प्रआर विजय तिवारी, प्रआर हरिभजन सिंह, आर मोहित सिंह, आर अशोक यादव, रवि शंकर तिवारी, आर सदन यादव, आर शिवम पाटकार, आर अवध किशोर, आर धन सिंह, आर शिवभान सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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शाम से ही घात लगाकर बैठा था आरोपी
पुलिस ने बताया की आरोपी शाम को अपने मोटर सायकल से अपने गांव से ग्राम कोनी आया और रात्रि 1 बजे तक सरई बायपास रोड में निर्माणाधीन पुल के नीचे छिपा था। रात्रि 1 बजे के लगभग पास में ही मोहित बसोर के घर पैदल चलकर पहुंचा। जहां मोहित बसोर को घर के बाहर अकेला सोते हुए देखकर बास काटने वाले औजार बांकी से सोते हुए मोहित के गले में घोप दिया। जिससे मोहित बसोर थोड़ा छटपटाया फिर शांत हो गया। तब उसे लगा कि मोहित बसोर मर गया। इसके बाद वहां से भाग कर अपने घर रैला आ गया। विवेचना के दौरान आरोपी मिथुन बसोर पिता कृपानाथ बसोर उम्र 33 वर्ष निवासी रैला थाना से घटना में प्रयुक्त औजार एवं मोटर सायकल बरामद किया गया एवं गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।