नयी दिल्ली 14 अक्टूबर (वार्ता) कांग्रेस ने कहा है कि पंजाब में किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान हो रहा है और केंद्र सरकार की सोची समझी रणनीति के तहत पंजाब के किसानों को परेसान किया जा रहा है।
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि धान पंजाब की मुख्य फसल है और हमेशा अक्टूबर की शुरुआत में सरकार इसकी खरीद करती है लेकिन अब तक पंजाब से मामूली खरीद की गई है और जानबूझकर प्रदेश की किसानों को नुकसान में धकेला जा रहा है।
उन्होने कहा “पंजाब का प्रमुख कॅश क्रॉप पैडी है। पंजाब में पैडी का उत्पादन 180-185 लाख टन होता है जिसमें से 99 प्रतिशत चावल सेंट्रल पूल और पीडीएस सिस्टम के लिए जाता है। पिछले साल भी यह समस्या आई थी, जब पंजाब का चावल यहां के गोदामों में पड़ा हुआ था।”
कांग्रेस नेता ने कहा “आमतौर पर हर साल 1 अक्टूबर को मंडियों की खरीद शुरू हो जाती है लेकिन आज 14 दिन बाद भी सिर्फ 5 लाख टन चावल आया है। जिस तरह से मंडियों में फसल का मूवमेंट है, उसे देखा जाए तो पंजाब में आने वाले समय में स्टोरेज के लिए जगह नहीं बचेगी। गेहूं की फसल बिना गोदाम के रखी जा सकती है लेकिन चावल ऐसी फसल है जिसके लिए गोदाम जैसा इंटरनल स्टोरेज चाहिए।क्योंकि चावल थोड़े ही समय में टूटने लगता है और उसका रंग उतरने लगता है। इससे किसान को भारी नुकसान होता है।”
उन्होंने कहा कि जिन राज्यों को धान की जरूरत थी उस समय पंजाब के किसान का धान निकाल देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया जिसकी वजह से 300 प्रति कुंतल के हिसाब से किसान को नुकसान हो रहा है इस तरह से 6000 करोड़ का नुकसान पंजाब के किसानों का हुआ है और यह सोची समझी रणनीति के तहत पंजाब के किसानों का नुकसान किया गया है।