नशा कारोबार को नेस्तनाबूद करने को कटिबद्ध पुलिस
29 अपराधियों की 115 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त
भोपाल, 13 अक्टूबर. मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा अवैध मादक पदार्थों के व्यापार के खिलाफ निरंतर कार्रवाई जारी है. जनवरी 2023 से आज दिनांक तक 22 महीने में राज्य में 6161 प्रकरणों में अवैध मादक पदार्थ के व्यापार में संलिप्त 7886 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है. इसके अंतर्गत ऐसी गतिविधियों में शामिल अपराधियों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्तियों को जब्त/फ्रीज किया गया है. इसके तहत पूरे प्रदेश में 29 अपराधियों के विरूद्ध 115 करोड़ से अधिक की संपत्ति जप्त/फ्रीज की गई है. सर्वाधिक कार्यवाही मंदसौर एवं नीमच में की गई, जहां के 23 कुख्यात अपराधियों की संपत्ती जब्त/फ्रीज की गई है. इन अपराधियों में नाहरगढ़ के धनराज उर्फ धन्ना की 14 करोड़, नारायणगढ़ के श्याम सिंह 10 करोड़, मनसा के पीयूष बंजारा की 10 करोड़, सीतामाऊ के अशोक पाटीदार की 8 करोड़ तथा अफजलपुर के ताहिर की 3 करोड़ से अधिक की संपत्ति उल्लेखनीय है. नशा कारोबारियों को भेजा जेल पीट यानी अवैध मादक पदार्थ व्यापार की रोकथाम अधिनियम उन गंभीर नशे का कारोबार करने वाले अपराधियों पर लगाया जाता है जो लगातार उस अपराध में शामिल पाए जाते हैं. यह एक्ट लगने के बाद अपराधी को छह माह तक जमानत नहीं मिल पाती है. इस अधिनियम के अंतर्गत पिछले दो वर्षों में की गई कार्यवाही पूर्व में की गई कार्रवाई से कई गुना अधिक है. इसके अंतर्गत 1 जनवरी 2023 से अभी तक कुल 74 अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. इसमें इंदौर के 43, मंदसौर एवं उज्जैन के 5-5 तथा नीमच एवं रतलाम के 4-4 अपराधी शामिल हैं. कारोबारियों का गठजोड़़ ध्वस्त करने के निर्देश अवैध मादक पदार्थों के पंजीबद्ध प्रकरणों में पुलिस महानिदेशक द्वारा निर्देशित किया गया है कि अत्यधिक मात्रा में जप्त अवैध मादक पदार्थ के टॉप टू बाटम आरोपियों के लिंक और नेटवर्क को ट्रैक कर, मूवमेंट की जानकारी एकत्र कर उनके गठजोड़ का पता लगाकर उनको समूल नष्ट करना है. इस नेटवर्क में शामिल आरोपियों एवं उनसे जुड़े अन्य बिचौलियों की चल /अचल संपत्ति की जानकारी एकत्र कर इनके वित्तीय लेन-देन के संबंध में डाटा का एकत्रीकरण करने का भी आदेश दिया गया है. साथ ही अवैध नशे के कारोबार में संलिप्त प्रदेश एवं अन्य राज्यों के अपराधियों की जानकारी एकत्र कर इनके विरूद्ध कार्रवाई करने के भी आदेश जारी किए गये हैं.