० जिले के प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक एवं प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में स्थानीय छत्रसाल स्टेडियम में बुराई के प्रतीक रावण के पुतला दहन के साथ मनाया गया दशहरा उत्सव
नवभारत न्यूज
सीधी 13 अक्टूबर। प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं सीधी जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप जायसवाल ने विजयादशमी के पावन अवसर पर सीधी के छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित ‘‘दशहरा उत्सव‘‘ में सहभागिता की। इस अवसर पर सांसद डॉ.राजेश मिश्रा, सीधी विधायक श्रीमती रीती पाठक, उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद सीधी दान बहादुर सिंह, कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी, पुलिस अधीक्षक डॉ.रवीन्द्र वर्मा, गणमान्य नागरिक देव कुमार सिंह चौहान सहित पार्षदगण, गणमान्य नागरिक एवं आमजन उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री श्री जायसवाल ने विजयदशमी के पर्व की सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि दशहरा उत्सव सत्य की विजय का प्रतीक है। सत्य और असत्य की लड़ाई में हमेशा सत्य की विजय होती है। बुराई के साथ कितना भी लड़ाई लड़ो अंतिम में उसे हार मानना ही पड़ता है। गोस्वामी तुलसीदास ने श्री रामचरित मानस में लिखा है कि भगवान श्री राम ने कहीं भी ईश्वरीय चमत्कार नहीं किया बल्कि मानव रूप में ही जीवन को जिया। उन्होंने लोगों के लिए एक आदर्श स्थापित किया है। सत्यता की लड़ाई के लिए अपनी शक्ति का प्रदर्शन हम अपनी रक्षा के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे भी श्री रामचरित मानस का पाठ पढ़े। श्री रामचरित मानस में यह बताया गया है कि पिता और पुत्र का क्या संबंध है, माता-पिता का क्या संबंध है, सेवक और स्वामी का क्या संबंध है, कोई भी समाज में छोटा और बड़ा नहीं होता, सभी समरसता के साथ समाज में जीवन यापन करें। भगवान ने माता शबरी के जूठे बैर भी बड़ी श्रद्धा भाव के साथ खाए और उन्हें एक छोटे जाति केवट ने नदी को पार कराया। श्री राम ने वानर सेना के साथ ही अपनी पूरी लड़ाई सत्यता के लिए लड़ी है। हमारे सनातन धर्म में भगवान श्री राम के आदर्शों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है तभी समाज सुरक्षित और संगठित रहेगा। प्रभारी मंत्री ने उपस्थित नागरिकों को विजयादशमी, आने वाले दीपावली और अन्य त्यौहारों के लिए बधाई दी। प्रभारी मंत्री ने कार्यक्रम में भगवान श्रीराम के स्वरूप की आराधना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ऐसे आदर्श थे, जिन्होंने राज परिवार के सदस्यों के साथ अपनी प्रजा से संबंधों का पूर्ण निर्वहन किया। सनातनी संस्कृति का यह सशक्त उदाहरण है।
००
राजा मड़वास ने किया रावण पुतले का दहन
असत्य पर सत्य की विजय विजयादशमी गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी नगर परिषद मझौली के तत्वाधान में मझौली कॉलेज ग्राउंड में भजन संध्या के साथ संपन्न हुआ। जहां 40 हजार रुपए लागत के 30 फुट के रावण पुतले का दहन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीधी राजा मड़वास कुंवर अभ्युदय सिंह राज भैया के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जबलपुर से आई आर्केस्ट्रा मंडली द्वारा भजन संध्या में मनमोहन देवी गीत, गानों की प्रस्तुति नृत्य नाट्य के साथ दी गई। प्रशासनिक व्यवस्था में एसडीएम मझौली खुद विभागीय अधिकारियों के साथ जुटे रहे, वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाना प्रभारी मझौली पुलिस बल के साथ कार्यक्रम में अंत तक बने रहकर कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से सफल बनाने मे लगे रहे। डॉ.राकेश तिवारी एम्बुलेंस व मेडिकल टीम के साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उपस्थित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकए प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी व लोग भजन गीतों की ध्वनि में झूमते गुनगुनाते रहे।
००००००००००००००००