खरगोन, 12 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के खरगोन के सनावद थाना क्षेत्र में महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर (औरंगाबाद) क्षेत्र के बिल्डर और डेवलेपर की हत्या के मामले में उसके ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया है। हत्या सस्ते सोने की राशि के लेनदेन को लेकर हुयी थी।
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बताया कि छत्रपति संभाजी नगर (औरंगाबाद) के एमआईडीसी वालूज थाना क्षेत्र के कमलापुर निवासी किशोर लोहकरे (40) की हत्या के मामले में उसके ड्राइवर जावेद शेख को गिरफ्तार कर लिया गया है। जावेद को कल न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में खंडवा जिले के देशगांव क्षेत्र के तीन अन्य आरोपी तुलसीराम उसका पुत्र मुकेश और दामाद कमलेश फिलहाल फरार हैं।
उन्होंने बताया कि कमलापुर से 17 सितंबर को मुंबई गया किशोर वापस न लौटते हुए भुसावल आ गया था और इसके बाद अपने ड्राइवर जावेद शेख से घर से राशि मंगवाकर मध्यप्रदेश के ओंकारेश्वर दर्शन हेतु आया था। 27 सितंबर की शाम उसका मोबाइल फोन बंद पाया गया। किशोर के परिजनों को मालूम था कि कई बार वह बिना बताए चल जाता था इसलिए उन्होंने ज्यादा चिंता नहीं की। लेकिन इसी बीच ड्राइवर जावेद शेख अपने साथ तुलसीराम को लेकर कमलापुर पहुंचा और परिजनों को बताया कि किशोर राशि लेकर कोलकाता के लिए रवाना हो गया है।
परिजनों को इस पर शंका हुई और उन्होंने 3 अक्टूबर को महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर क्षेत्र के एमआईडीसी वालुज थाना क्षेत्र में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी। एमआईडीसी पुलिस ने लास्ट लोकेशन के आधार पर खंडवा जिले के देशगांव क्षेत्र में आकर किशोर की तलाश आरंभ की थी। उन्होंने खरगोन पुलिस को सूचित कर उसे ढूंढने में मदद करने के लिए कहा था। इसके बाद किशोर की लाश सनावद थाना क्षेत्र में मिली थी।
जावेद ने पूछताछ में बताया कि दरअसल किशोर, तुलसीराम मुकेश और कमलेश से पूर्व में कम कीमत में सोना खरीद कर मुंबई में बेच चुका था। वह फिर से उनसे सोना खरीदने आया था। किशोर ने तीनों आरोपियों को बताया कि उसके पास 25 लाख रुपए है। आरोपियों के पास इतनी राशि का सोना नहीं था, उन्होंने 25 लाख रुपए हड़पने के उद्देश्य से उसकी गला घोट कर हत्या कर दी।
आरोपियों ने उसकी लाश को जलाने का प्रयास किया और इसे सनावद थाना क्षेत्र में फेंक दिया था। जावेद ने बताया आरोपी उसे भी मार देते इसलिए उसने हस्तक्षेप नहीं किया और उनसे कुछ राशि ले ली और किशोर के घर तुलसीराम के साथ आ गया। बताया जाता है कि इसके बाद जावेद बंटवारे की राशि से वाहन खरीदने मुंबई भी गया था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जावेद हत्या, षड्यंत्र अथवा साक्ष्य छुपाने में शामिल है। इसका खुलासा शेष तीन आरोपियों की गिरफ्तारी पर हो जाएगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना का पता चलते ही महाराष्ट्र के कमलापुर में किशोर के समर्थकों ने जावेद के घर के सामने खड़े दुपहिया वाहन में आग लगा दी और जेसीबी मशीन से उसका घर तोड़ने की कोशिश की। हालांकि जब यह पता चला कि दरअसल वह घर जावेद की बजाय किशोर का ही है, तब उन्होंने पुलिस के हस्तक्षेप से घर को और नुकसान नहीं किया।