ओंकारेश्वर
बसंत पंचमी के सोमवार को ज्योतिर्लिंग ओंकारजी महाराज अपरान्ह चार बजे ओंकारेश्वर मंदिर से सजी हुई पालकी में सवार होकर ढोढमाको के साथ नगर भृमण के लिए निकले।
कोटितीर्थ घाट पर विद्वान् पंडितो द्वारा वेद मन्त्रोंचार के साथ पूजन अभिषेक करवाया।
महा आरती के बाद पालकी को पवित्र नर्मदा नदी में नौका विहार कराया
ओंकार मठ घाट से मुख्य बाजार होकर 6 बजे वापिस मंदिर पंहुचे
मार्ग में भक्तो ने पुष्प उड़ाकर
कपूर आरती करी।