अब सायबर ठग मोबाइल हैक कर खातों से उड़ा रहे रकम
जबलपुर: सायबर ठग नए-नए पैंतरे आजमा रहे है, ओटीपी के जरिए बैंक अकाउंट खाली करने वाले बगैर ओटीपी पूछे सीधे खातों में सेंध लगा रहे है। दरअसल सायबर क्राइम जहां पुलिस के चुनौती बन चुका है तो वहीं फ्र्राॅड करने वाले बदलते वक्त के साथ साइबर ठगी के पैंतरे भी बदल रहे रहे है। एक समय था जब जालसाज शेयर मार्केट मेंं मुनाफे का लालच देकर, ऑनलाइन ट्रेडिंग, घर बैठे जॉब, ऑनलाइन पार्सल के नाम पर ठगी करते थे लेकिन यह ट्रेंड अब पुराना हो चला है अब साइबर ठग सीधे मोबाइल हैक कर लोगों की मेहनत की कमाई खातों से रकम उड़ाने लगे हैं।
गुमराह कर भी लगा रहे चपत
सायबर ठग अब लोगों को गुमराह करके भी चपत लगा रहे है। 6 अक्टूबर को सिविल लाइन थाने में अभय केशरवानी 28 वर्ष निवासी आरडीव्हीव्ही कें पास ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि मनोज गुप्ता नामक व्यक्ति ने फोन करके बताया कि गलती से आपके बैंक के खाते में 45 हजार रूपये जमा हो गए है लौटा दें। जिसके बाद उसने बताये हुये मोबाईल नम्बर पर रकम ट्रांसफर कर दी थी। बाद में जब एकाउंट चैक किया तो पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया उसके एकाउंट में कोई 45 हजार रूपए नहीं आये थे।
पुलिस की धौंस दिखा ब्लैकमेलिंग
इसके अलावा जालसाज ब्लैकमेलिंग के साथ उगाही भी कर रहे है। कुछ ऐसे मामले भी सामने आये है जिसमें जालसाज खुद को पुलिस अधिकारी या कर्मचारी बताता है इसके बाद आपके खिलाफ शिकायत आने का कहते हुए पुलिस की धौंस दिखाकर ब्लैकमेलिंग करत है। इसके साथ ही जालसाज आपकी फोटो, वीडियो ऐडिट कर उसे अश्लील बना देते है और वायरल करने की धमकी देकर पैसों की डिमांड करते है।
लिंक से दूरी, सावधनी है जरूरी
राज्य सायबर पुलिस उप निरीक्षक हेमंत पाठक ने बताया कि नए नए तरीके से ठगी की जा रही है, ठगी के कई बहाने हो सकते है लेकिन अगर हम जागरूक होंगे तो सायबर ठगों के सारे पैंतरे फेल हो जाएंगे। अनजान कॉल, प्रोफाइल, फोटो, वीडियो, लिंक पर क्लिक न करे। किसी के झासे में न आयें। मोबाइल को आधे घंटे प्रतिदिन बंद रखें। मोबाइल की सेटिंग, फारवर्डिंग देख लें।
ऐसे कर रहे ठगी
जालसाज सोशल मीडिया पर लिंक भेजते हैं या किसी फोटो, वीडियो अन्य लुभावनी बातों में फंसाते है। इसके अलावा किसी ऑफर्स, किसी एप को इंस्टॉल करने या किसी भी तरह का लुभावना लिंक भेज देते है ऐसे में अगर आप इस पर क्लिक कर देते हैं, तो आपका मोबाइल हैक हो जाता है और फिर जालसाज आपको चपत लगा देते हैं।
केस 1
गोराबाजार थाने में तीन सितम्बर को अशोक सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी अज्ञात ने मोबाइल नम्बर को हैक कर उसकी बैंक एफडी तोडकऱ एवं बचत खाते की राशि में से 7 लाख रूपये अपने फोन के माध्यम से ओटीपी आदि जनरेट कर निकाल लिये गये।
केस 2
पांच अक्टूबर को अनंततारा निवासी पीएचई विभाग के सहायक यंत्री दीपक खरे 56 वर्ष का मोबाइल किसी अज्ञात व्यक्ति ने हैक कर लिया जिससे उसका वाट्सएप लाग आउट हो गया, उसके खाता 1 लाख रुपये निकाल लिए गए। मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज है।