नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (वार्ता) खनन और बिजली उत्पादन के कमजोर प्रदर्शन के चलते औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर देश का औद्योगिक उत्पादन अगस्त 2024 में एक साल पहले इसी माह की तुलना में 0.1 प्रतिशत कम रहा।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) की शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार , “अगस्त 2024 में आईआईपी में 0.1 प्रतिशत का संकुचन रहा जबकि इससे पिछले माह जुलाई में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी।”
विज्ञप्ति के अनुसार इस साल अगस्त महीने में खनन और बिजली दोनों क्षेत्रों के उत्पादन में गिरावट आई, जबकि विनिर्माण क्षेत्र में मामूली वृद्धि दर्ज की गई।
अगस्त में खनन क्षेत्र का उत्पादन सालाना आधार पर 4.3 प्रतिशत गिरा जबकि बिजली उत्पादन में 3.7 प्रतिशत की गिरावट रही।
बिजली उत्पादन पिछले साल अगस्त की तुलना में एक प्रतिशत बढ़ा। मंत्रालय ने कहा, “संभव है कि खनन क्षेत्र की वृद्धि में गिरावट अगस्त 2024 के महीने में भारी बारिश के कारण हो।”
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2024 में मूल धातुओं के उत्पादन में वार्षिक आधार पर 3.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी । विद्युत उपकरण उद्योग का उत्पादन एक साल पहले से 17.7 प्रतिशत ऊंचा रहा, और रसायनों और रासायनिक उत्पाद उद्योग की उत्पादन वृद्धि दर्ज अगस्त में 2.7 प्रतिशत थे।
इन आंकड़ों पर रेटिंग एजेंसी इकरा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि यह काफी हद तक सामान्य से अधिक बारिश के साथ-साथ एक प्रतिकूल आधार द्वारा खनन उत्पादन, बिजली की मांग और खुदरा फुटफॉल में अस्थायी कमी को दर्शाता है। उनकी राय में सितंबर में श्राद्ध मास के होने के कारण भी अगस्त में वाहनों के पंजीकरण और पेट्रोल खपत आदि पर असर रहा होगा।