सुकमा, 11 अक्टूबर (वार्ता) छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में पुलिस-प्रशासन को फिर से एक बड़ी सफलता मिली जब दो लाख के इनामी नक्सली सहित चार माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।
सुकमा जिले में सक्रिय दो स्थाई वारंटी नक्सली सहित चार नक्सलियों ने पुलिस एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अधिकारियों के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्म समर्पित नक्सली पूर्व में कई नक्सली घटनाओं में शामिल थे।
छत्तीसगढ़ शासन की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ एवं ‘नियद नेल्ला नार’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण लगातार किया जा रहा है।
गुरुवार को चार नक्सली आत्मसमर्पण कर नक्सली हिंसा रास्ता को छोड़कर समाज के मुख्य धारा में शामिल हुए। आत्म समर्पित नक्सलियों में दो लाख का ईनामी प्लाटून नंबर-04 का सदस्य मिड़ियम भीमा (24) पिता मिड़ियम हुंगा निवासी राजपेंटा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा एवं कामावरम आरपीसी मिलिशिया सदस्य सोड़ी मुन्ना उर्फ मनोज (29) पिता स्व. कलमू निवासी राजपेंटा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा, सीएनएम सदस्य मुचाकी देवा (29) पिता स्व. मुचाकी लखमा निवासी इरपा थाना कुकानार जिला सुकमा एवं सीएनएम सदस्य सुला मुचाकी उर्फ कवासी चुला (33) पिता स्व. दसरू निवासी ग्राम इरपा थाना कुकानार जिला सुकमा ने पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारियों के समक्ष समर्पण कर दिया। नक्सलियों ने एएसपी नक्सल ऑप्स मनीष रात्रे, सीआरपीएफ सेकेंड बटालियन सहायक कमाण्डेन्ट ज्ञानेश प्रताप सिंह, सीआरपीएफ 227 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट विजयेन्द्र पाल के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
ये सभी नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक, बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बैनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे है। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधा प्रदान की जाएगी।
सुकमा एसएसपी सुनील रात्रे ने बताया कि आज पुनर्नरकोम अभियान के तहत नक्सलियों के बटालियन-4 के दो लाख के इनामी नक्सली सहित चार नक्सलियों ने समर्पण किया। दो स्थाई वारंटी नक्सली सहित चार नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण सभी को पुनर्वानीति के तहत सारी सुविधा दी जाएगी।