मेडिकल से फरार हुआ था लकवाग्रस्त कैदी
जबलपुर: मेडिकल अस्पताल के आईसीयू वार्ड से 17 जुलाई को फरार हुए लकवाग्रस्त कैदी मोईन खान उर्फ साका बबलू का पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई है। आरोपित को पकडऩे पुलिस से लेकर जेल प्रशासन की टीमें लगी हुई हैं परंतु इतना लंबा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपित का ठिकाना नहीं खोज पाई है। जिसके चलते वह आराम से फरारी काट रहा है। हालांकि पुलिस दावा जरूर कर रही है कि जल्द कैदी पुलिस की गिरफ्त में होगा।
विदित हो कि मोईन खान उर्फ साका बबलू पिता सलीम खान 39 वर्ष निवासी बनखेड़ी थाना बनखेड़ी जिला नर्मदापुरम का बलात्कार सहित अन्य प्रकरण मेें सिहोरा उपजेल से मार्च माह में सिहोरा उपजेल से केंद्रीय जेल जबलपुर शिफ्ट किया गया था। बंदी मोईन खान को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज के 19 नंबर आईसीयू वार्ड मेें भर्ती कराया गया था। वार्ड के बाहर जेल प्रहरी तैनात था। 17 जुलाई को जब जेल प्रहरी नरेश खंडाते आराम फरमा रहा था तभी कैदी हथकड़ी खोलकर सुबह 4:30 बजे वह मेडिकल से फरार हो गया था। खास बात यह रही कि कैदी लकवाग्रस्त था और दौड़ लगाकर फरार हुआ था। इस मामले में जेल प्रहरी नरेश खंडाते की लापरवाही सामने आने के बाद जेल अधीक्षक ने उसे तत्काल प्रभाव निलंबित कर दिया था। कैदी के खिलाफ गढ़ा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
तो कैसे लगाई दौड़
विचाराधीन बंदी 6 माह से लकवा ग्रस्त था और उसका शरीर जला हुआ था। उसका जेल में उपचार चल रहा था लेकिन डॉक्टरों ने उसे मेडिकल रेफर कर दिया जिसके बाद उसे उपचार के लिए मेडिकल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। लकवाग्रस्त कैदी द्वारा दौड़ लगाकर फरार हो गया था जिसके बाद से लकवारिपोर्ट पर सवाल उठ रहे है लकवा रिपोर्ट संदेह के दायरे में आ गई है सूत्र बताते है कि अगर इस रिपोर्ट की जांच पड़ताल हो रिपोर्ट बनाने वाले की भूमिका से भी पर्दा उठ सकता है।
इनका कहना है
फरार कैदी नहीं मिला है उसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस के साथ जेल प्रशासन की टीमें भी लगी हुई है।
देवेन्द्र प्रताप, सीएसपी