सियासत
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का महत्व और कद कांग्रेस में बढ़ता जा रहा है. माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण जवाबदारी मिलेगी. इसी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी उन्हें महत्व दे रहे हैं. दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है. पार्टी ने यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को एआईसीसी की कमेटी का अध्यक्ष बनाया है. जबकि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल को सदस्य बनाया है. बुधनी सीट पूर्व मुख्यमंत्री के सांसद बनने के बाद खाली हुई है.
खास बात यह है कि अरुण यादव खुद भी बुधनी विधानसभा सीट से 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. ऐसे में पार्टी ने यहां अहम जिम्मेदारी सौंपी है. वास्तव में मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी को विधानसभा लोकसभा और उसके बाद छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा उपचुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश में होने वाले दो विधानसभाओं के उपचुनाव की तारीख घोषणा से पहले तैयारी तेज हो गई है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी इन दोनों विधानसभाओं में लगातार दौरा कर रहे हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी ने विजयपुर और बुधनी सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर एआईसीसी कमेटी का गठन कर दिया है, जिसमें पार्टी ने कई सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है.
बुधनी और विजयपुर दोनों ही सीटें यहां के विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई हैं. कांग्रेस ने श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर चार नेताओं की जिम्मेदारी सौंपी है. कांग्रेस ने पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक सिंह को विजयपुर में एआईसीसी की कमेटी का अध्यक्ष बनाया है, जबकि विधायक जयवर्धन सिंह, पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव और पूर्व विधायक नीटू सिकरवार को सदस्य बनाया है. इसके अलावा जयवर्धन सिंह विजयपुर सीट के प्रभारी भी हैं. 2023 में विजयपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीते कांग्रेस के रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो गए थे. बाद में उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सीट खाली हो गई थी.