भोपाल, 07 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के समीप 1800 करोड़ रुपयों से अधिक मूल्य का ‘एमडी ड्रग’ (नशीला पदार्थ) पकड़ जाने के मामले में आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया।
श्री पटवारी ने यहां पत्रकार वार्ता में कहा कि भोपाल के समीप बगरौदा में कई महीनों से ड्रग बनाने की फैक्ट्री चल रही थी और स्थानीय पुलिस और प्रशासन काे इस बारे में पता ही नहीं चला। गुजरात एटीएस और एनसीबी दिल्ली की टीम ने शनिवार को छापे की कार्रवाई कर मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उस स्थान पर इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग तैयार किया जा रहा था और जो आरोपी मंदसौर से पकड़ा गया है, उसके उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा तथा मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता से भी संबंध रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में ड्रग्स के कारोबार फैलने की सूचनाएं आ रही हैं। युवा आबादी इसकी जकड़ में आ रहे हैं। महिलाओं और बच्चियों के साथ अपराध बढ़ रहे हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति भी ठीक नहीं है। यह सब देखकर लगता है कि राज्य में जैसे माफियाओं की सरकार है। उन्होंने राज्य पुलिस के इंटेलीजेंस (गुप्तवार्ता शाखा) की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया और कहा कि इतने लंबे समय से ड्रग का अवैध काराेबार चल रहा था और पुलिस के इंटेलीजेंस को इसका पता ही नहीं चला। कार्रवाई भी दूसरे राज्य की पुलिस ने की।
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग पकड़ाना बड़ी खबर ही नहीं है, बल्कि शर्मनाक भी है। राजधानी के पास इतना बड़ा कारोबार चलता रहा और राज्य की “मोहन सरकार” को इसका पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि इन सब बातों से अनुमान लगाया जा सकता है कि राज्य में हालात कैसे हैं। उन्होंने कहा कि ड्रग के कारोबार में लिप्त मंदसौर निवासी व्यक्ति के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से संबंध होने की सूचनाओं के चलते मुख्यमंत्री को उप मुख्यमंत्री से तत्काल त्यागपत्र ले लेना चाहिए।
इस बीच भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आशुतोष चौकसे के नेतृत्व में आज यहां सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने ड्रग बरामद होने के मामले में प्रदर्शन किया। श्री चौकसे ने आरोप लगाया कि सत्ता और प्रशासन सांठगांठ कर ड्रग्स का कारोबार कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उन्होंने कहा कि जो मामला सामने आया है, वह काफी भयभीत करने वाला है। सरकार को प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए कानून का निर्माण करना चाहिए।